नई दिल्ली। लोन की ईएमआई यानि कि मासिक किश्तें घटने का इंतजार कर रहे आम लोगों को RBI ने झटका दिया है। मंगलवार को हर दो महीने में होने वाली आर्थिक समीक्षा में RBI ने ब्याज दरों में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया है। जबकि इसी साल अप्रैल में हुई पिछली मौद्रिक नीति समीक्षा में RBI ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की थी। अगली समीक्षा अगस्त में होगी। तब तक रेपो रेट 6.5 फीसदी और बैंक रेट 7 फीसदी ही रहेंगे। ऐसे में अगस्त तक ऑटो और होम लोन सस्ते होने की कोई उम्मीद नहीं है। हालांकि पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि महंगाई बढ़ने के संकेतों और वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल के बढ़ते दामों के बीच भारतीय रिजर्व बैंक आज नीतिगत दरों पर यथास्थिति बनाए रख सकता है।
ये हैं मौजूदा ब्याज दरें
रेपो रेट : 6.50%
रिवर्स रेपो रेट : 6.00%
बैंक रेट : 7.00%
सीआरआर : 4%
एसएलआर : 21.25%
क्रूड की बढ़ती कीमतों और 7वें वेतन आयोग से ठिठका आरबीआई
मौद्रिक नीति की समीक्षा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए RBI गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी एक बड़ा चिंता का विषय है। इसके अलावा 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने से महंगाई बढ़ने का भी खतरा है। ऐसे में आरबीआई काफी सतर्कता से काम ले रहा है। हालांकि आरबीआई गवर्नर ने इस साल बेहतर मानसून की संभावना को देखते हुए अगली समीक्षा में ब्याज दरों में कुछ कटौती की संभावना जरूर जताई है। आरबीआई ने कार्पोरेट मुनाफे और खपत में बढ़ोतरी का उल्लेख करते हुए 2016-17 के लिए आर्थिक वृद्धि का अनुमान 7.6 प्रतिशत पर बरकरार रखा।
देखिए क्रेडिट पॉलिसी का टेलिकास्ट
आरबीआई पॉलिसी के बाद शेयर बाजार में तेजी
आरबीआई पॉलिसी में भले ही आम आदमी के हाथ मायूसी लगी हो, लेकिन शेयर बाजार जरूर इससे खुश नजर आया। क्रेडिट पॉलिसी की घोषणा के बाद शेयर बाजार में तेजी देखी गई। घोषणा के बाद सेंसेक्स 125 अंक उछल कर 26908 अंक पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी भी 40 अंक की तेजी के साथ 8243 अंकों पर पहुंच गया। इस दौरान बैंकिंग शेयर खासतौर पर एसबीआई, यस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में खास तेजी देखी गई। इसके अलावा ऑटो और एफएमसीजी शेयर भी हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं।