मुंबई। रिजर्व बैंक ने प्राइवेट सेक्टर के HDFC बैंक पर अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) और मनी लॉन्ड्रिंग रोधक नियमों में खामियों के लिए 2 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। इसी के साथ बैंक ऑफ बड़ौदा (बॉब) पर पिछले साल सामने आए 6,100 करोड़ रुपए के घोटाले में 5 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है। देश के प्राइवेट सेक्टर के दूसरे सबसे बड़े एचडीएफसी बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा है कि अक्टूबर, 2015 में मीडिया में आई विभिन्न बैंकों में अग्रिम आयात रेमिटेंस में अनियमितता की खबरों के सिलसिले में केंद्रीय बैंक ने उसके द्वारा किए गए लेनदेन की जांच की है। रिजर्व बैंक ने एचडीएफसी बैंक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है जिस पर उसने विस्तृत जवाब दिया है।
एचडीएफसी बैंक ने आगे कहा कि उसने अपने आंतरिक नियंत्रण तंत्र को मजबूत करने के लिए वृहद सुधारात्मक कार्रवाई योजना क्रियान्वित की है जिससे भविष्य में इस तरह का घटनाक्रम न होने पाए। रिजर्व बैंक ने बैंक ऑफ बड़ौदा पर पिछले साल सामने आए 6,100 करोड़ रुपए के घोटोले में अनियमितता के लिए 5 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी शेयर बाजारों को भेजी सूचना में यह जानकारी दी है। बंबई शेयर बाजार में एचडीएफसी का शेयर बाज 1.23 फीसदी चढ़कर 1,246.55 रुपए पर बंद हुआ। वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा का शेयर 3.21 फीसदी की बढ़त के साथ 155.75 रुपए पर बंद हुआ।
यह भी पढ़ें- HDFC बैंक का मुनाफा पहली तिमाही में 20 फीसदी बढ़ा, 3,239 करोड़ रुपए का हुआ शुद्ध लाभ
यह भी पढ़ें- HDFC बैंक के पुरी को बैंकिंग क्षेत्र में सबसे अधिक 9.73 करोड़ रुपए का वेतन, चंदा कोचर का पैकेज 22 फीसदी घटा