नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने धोखाधड़ी के बारे में देर से जानकारी देने पर स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक पर दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक पर आर्थिक जुर्माना ‘भारतीय रिजर्व बैंक (धोखाधड़ी -वाणिज्यिक बैंकों और चुनिंदा वित्तीय संस्थानों द्वारा वर्गीकरण और सूचित करना) दिशानिर्देश 2016’ के कुछ निर्देशों का पालन नहीं करने की वजह से लगाया गया है। केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, ‘‘आरबीआई को धोखाधड़ी के बारे में बताने में देरी के लिए जुर्माना लगाया गया है, जिसका पता 31 मार्च 2018 और 31 मार्च 2019 को बैंक के सांविधिक निरीक्षण के दौरान चला।’’ इससे पहले स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक को इस मामले में एक नोटिस भी जारी किया गया था। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।
RBI ने नवंबर में की डॉलर की जमकर खरीद
भारतीय रिजर्व बैंक नवंबर में अमेरिकी मुद्रा का लिवाल बना रहा जहां उसने 10.261 अरब अमरीकी डॉलर की शुद्ध खरीद की। आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई है। जनवरी के लिए रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए गए मासिक बुलेटिन के अनुसार, महीने के दौरान, केंद्रीय बैंक ने 14.289 अरब अमरीकी डॉलर की खरीद की और 4.028 अरब डॉलर की बिक्री की। इस साल अक्टूबर में, हालांकि रिजर्व बैंक ने हाजिर बाजार से 15.64 अरब अमरीकी डॉलर की खरीद की थी, लेकिन उसने अमेरिकी मुद्रा की बिक्री नहीं की। नवंबर 2019 में, रिजर्व बैंक ने 7.458 अरब अमरीकी डॉलर की खरीद की थी और हाजिर बाजार में 53 करोड़ अमरीकी डालर की बिक्री की थी। वित्तवर्ष 2020 में, केंद्रीय बैंक ने 45.097 अरब अमरीकी डॉलर की शुद्ध खरीद की थी। इस दौरान हाजिर बाजार में उसने 72.205 अरब अमेरिकी डॉलर की खरीद की और 27.108 अरब अमेरिकी डॉलर की बिक्री की थी। डॉलर के वायदा बाजार में, नवंबर के अंत तक शुद्ध खरीद 28.344 अरब डॉलर की हुई थी, जो अक्टूबर में 13.556 अरब डॉलर की हुई थी।