नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शनिवार को कहा कि दर कटौती हस्तांतरण में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। उन्होंने महंगाई दर नवीनतम आंकड़े 7.59 फीसदी को लेकर किसी भी आशंका को यह कहते हुए दूर किया यह दर व्यापक रूप से आरबीआई के अपने अनुमानों के अनुरूप है। बजट बाद प्रस्तावों पर होने वाली परंपरागत चर्चा के लिए केंद्रीय वित्तमंत्री मुलाकात के बाद दास ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आरबीआई वित्त वर्ष 2021 के लिए छह फीसदी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर पर कायम है।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से निकट भविष्य में महंगाई दर पर लगाम लगेगी। उन्होंने कहा कि दर कटौती के हस्तांतरण पहले के 35 आधार अंकों की तुलना में सुधर कर 69 आधार अंक हुआ है और इसमें आगे भी सुधार होगा। दास ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बैंकों, बाहरी उधार जैसे सभी स्रोतों से आने वाले महीनों में कॉर्पोरेट क्षेत्र में ऋण प्रवाह बढ़ेगा।
दूरसंचार पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के प्रभाव पर टिप्पणी करते हुए गनर्वर दास ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो आरबीआई आंतरिक रूप से इस आदेश पर विचार-विमर्श करेगा। उन्होंने कहा कि आरबीआई द्वारा हाल ही में घोषित नए तरलता उपायों से प्रणाली में अधिक तरलता बनाने में मदद मिलेगी।