नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेपो रेट में कटौती की घोषणा की है। रिजर्व बैंक गवर्नर ने रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है और इससे आने वाले दिनों में कर्ज सस्ते हो सकते हैं साथ में डिपॉजिट दरों में भी कमी आने की संभावना है। इस कटौती के बाद रेपो रेट घटकर 4 प्रतिशत हो गया है और रिवर्स रेपो रेट 3.35 प्रतिशत हो गया है।
आरबीआई गवर्नर की कही मुख्य बातें
- कोरोना वायरस की वजह से एक्सपोर्ट और इंपोर्ट 30 साल में सबसे ज्यादा घटा
- भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पहली अप्रैल से अबतक 9 अरब डॉलर से ज्यादा बढ़ा और बढ़कर 487 अरब डॉलर हो गया है।
- कच्चे तेल, मेटल और औद्योगिक कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना कम
- 2020 की दूसरी छमाही में महंगाई में कमी आ सकती है, 4 प्रतिशत के नीचे आ सकती है महंगाई दर
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास अर्थव्यवस्था को लेकर जानकारी दे रहे हैं और साथ में कुछ बड़े ऐलान भी कर सकते हैं। रिजर्व बैंक की तरफ से अर्थव्यवस्था को उपर उठाने के लिए पहले भी कई कदम उठाए हैं और आज कई और कदमों के बारे में घोषणा होने जा रही है।
RBI गवर्नर की यह प्रेस कांफ्रेंस ऐसे समय में हो रही है जब मौद्रिक नीति समिति की बैठक 3 से 5 जून के बीच होने वाली है। मौद्रिक नीति समिति 2020-21 की अपनी दूसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा संभवत: 5 जून को करने वाली है। बता दें कि कुछ ही दिनों पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज का विस्तृत ब्यौरा दिया था। इस आर्थिक पैकेज की घोषणा कोरोना संकट से अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 12 मई को रात 8 बजे देशवासियों के नाम अपने संबोधन में की थी।
साथ ही हाल ही में एसबीआई की एक शोध रिपोर्ट आई थी। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि देशव्यापी लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाने के चलते भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) कर्ज अदायगी पर जारी ऋण स्थगन को और तीन महीनों के लिए बढ़ा सकता है।
गौरतलब है कि गत बीते 17 अप्रैल को कोरोना संकट और लॉकडाउन के मद्देनजर आरबीआई ने कई राहत का ऐलान किया था। जिसमें रिवर्स रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई थी अब रिवर्स रेपो रेट 4 प्रतिशत से घटकर 3.75 प्रतिशत हो गया है। रिवर्स रेपो रेट में कटौती से बैंकों को फायदा होगा। बैंकों को कर्ज मिलने में दिक्कत नहीं होगी। इसके पहले 27 मार्च को भारतीय रिजर्व बैंक ने कोरोना की वजह से टर्म लोन की ईएमआई वसूली तीन महीने तक टालने की बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को इजाजत दी।