मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक के वरिष्ठतम डिप्टी गवर्नर बी पी कानूनगो अपने विस्तारित कार्यकाल का एक साल पूरा होने के बाद शुक्रवार को सेवानिवृत्त हो गए। हालांकि, ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि कानूनगो को दूसरी बार विस्तार मिलेगा। कानूनगो 1982 में रिजर्व बैंक से जुड़े थे। वह चार साल तक केंद्रीय बैंक के डिप्टी गवर्नर रहे। वह रिजर्व बैंक के मुद्रा प्रबंधन, बाहरी निवेश, परिचालन, भुगतान एवं समाधान प्रणाली आदि के प्रमुख थे। सरकार ने उन्हें मार्च, 2017 में डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया था। उस समय उर्जित पटेल रिजर्व बैंक के गवर्नर थे।
उन्होंने तीन अप्रैल, 2017 को पदभार संभाला था। उनका तीन साल का कार्यकाल दो अप्रैल, 2020 को पूरा हुआ था, लेकिन उस समय उन्हें एक साल का सेवा विस्तार दिया गया था। सरकार ने 10 मार्च को डिप्टी गवर्नर पद के लिए साक्षात्कार रद्द कर दिया था। उसके बाद यह उम्मीद जताई जा रही थी कि कानूनगो को एक और विस्तार दिया जाएगा। उनकी सेवानिवृत्ति के बाद रिजर्व बैंक में तीन डिप्टी गवर्नर महेश कुमार जैन, माइकल पात्रा और राजेश्वर राव हैं।