नई दिल्ली। कोरोना संकट को देखते हुए रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.4 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है। इस कदम के बाद कर्ज सस्ते होने का रास्ता साफ हो गया है। कटौती के बाद रेपो रेट 4.4 फीसदी से घटकर 4 फीसदी हो जाएगी। वहीं रिवर्स रेपो रेट घटकर 3.35 फीसदी होगी। इसके साथ ही मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी यानि MSF और बैंक रेट 4.65 फीसदी से घटाकर 4.25 फीसदी कर दिए गए हैं। ये सभी ऐलान आज रिजर्व बैंक के गर्वनर की प्रेस कॉन्फ्रेस में किए गए। गर्वनर ने साफ का कि मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी ग्रोथ को वापस लाने और कोरोना संकट से निपटने के लिए जरूरी सभी कदम आगे भी उठाएगी।
रिजर्व बैंक गवर्नर के मुताबिक कोरोना संकट की वजह से बदले हालातों को देखते हुए MPC ने समय से पहृले बैठक कर दरों में कटौती पर फैसला लिया है। पहले समीक्षा बैठक जून की शुरुआत में होनी थी। लॉकडाउन के बाद से अब तक प्रमुख दरों में 1.15 फीसदी की कटौती दर्ज हो चुकी है।
रेपो रेट में कटौती के साथ ही कर्ज दरों में कटौती की भी संभावना बन गई है। रिजर्व बैंक लगातार सरकारी और निजी बैंकों से कहता रहा है कि वो प्रमुख दरों में पूरी कटौती को जल्द से जल्द ग्राहकों तक पहुंचा दें। एसबीआई सहित कई सरकारी और निजी बैंकों ने पिछली कटौती का लगभग पूरा फायदा ग्राहकों तक पहुंचाया है। अगर दरों में नई कटौती का पूरी फायदा ग्राहकों को मिलता है तो 30 लाख रुपये के 20 साल के कर्ज पर EMI 726 रुपये और घट जाएगी
महामारी के बीच ये रिजर्व बैंक गर्वनर की तीसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस है। इससे पहले गर्वनर ने 27 मार्च और 17 अप्रैल को प्रेस कॉन्फेंस की थी। जिसमें कोरोन संकट को लेकर कई कदमों का ऐलान किया गया था।
कोरोना संकट से निपटने के लिए रिजर्व बैंक अबतक कई कदमों का ऐलान कर चुका है। इन कदमों के तहत बैंक फरवरी से अबतक जीडीपी के 3.2 फीसदी के बराबर फंड का प्रवाह अर्थव्यवस्था में कर चुका है। मार्च के महीने में रिजर्व बैंक ने 1 मार्च 2020 से 31 मई 2020 के बीच सभी टर्म लोन पर 3 महीने के लिए किस्त पर छूट का ऐलान किया था। जिसे अब और आगे बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही कर्ज पर राहत के नए उपायों का भी ऐलान किया गया है।