नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को शीर्ष बैंक के केंद्रीय बोर्ड को कोविड-19 महामारी के असर से अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए बैंक द्वारा उठाए गए विभिन्न उपायों के प्रभाव के बारे में जानकारी दी। यह ब्रीफिंग आरबीआई के सेंट्रल बोर्ड की बैठक के हिस्से के रूप में हुई।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केंद्रीय बोर्ड की 583वीं बैठक के दौरान वर्तमान आर्थिक स्थिति और महामारी से उत्पन्न-उभरती चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया गया। आरबीआई ने एक बयान में कहा, गवर्नर और डिप्टी-गवर्नरों ने बोर्ड को व्यापक आर्थिक स्थितियों, जिसमें घरेलू और विदेशी दोनो शामिल हैं, के बारे में जानकारी दी। साथ ही वित्तीय क्षेत्र की स्थिति और कोरोना के संदर्भ में आरबीआई द्वारा उठाए गए विभिन्न मौद्रिक, विनियामक और अन्य उपायों के प्रभावों की जानकारी दी गई।
अन्य महत्वपूर्ण चीजों के अलावा बोर्ड ने जुलाई 2019 से जून 2020 के बीच रिजर्व बैंक की गतिविधियों पर भी चर्चा की। इसके साथ ही अगले लेखा वर्ष के लिए बजट, अन्य नीतियों और परिचालन मामलों पर भी चर्चा की गई। बोर्ड की बैठ में मौजूद आर्थिक स्थिति और महामारी की वजह से पैदा हो रही चुनौतियों पर भी चर्चा की गई। बैठक में रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर बी पी कानूनगो, महेश कुमार जैन और माइकल देवव्रत पात्रा तथा केंद्रीय बोर्ड के अन्य निदेशक और केंद्रीय वित्त मंत्रालय के सचिव भी शामिल हुए।