Wednesday, December 25, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. RBI का बैंकों को निर्देश, 5000 रुपए तक के कटे-फटे नोट निशुल्क बदलें

RBI का बैंकों को निर्देश, 5000 रुपए तक के कटे-फटे नोट निशुल्क बदलें

RBI ने बैंकों से कहा है कि वह 5,000 रुपए मूल्‍य तक के कटे-फटे नोट की निशुल्क अदला-बदली करें। अदला-बदली किए जाने वाले नोटों की अधिकतम सीमा 20 होगी।

Surbhi Jain
Updated : July 15, 2016 12:35 IST
RBI ने बैंकों को दिया निर्देश, 5,000 रुपए तक के कटे-फटे नोट बदले जाएं नि:शुल्‍क
RBI ने बैंकों को दिया निर्देश, 5,000 रुपए तक के कटे-फटे नोट बदले जाएं नि:शुल्‍क

नई दिल्ली। बैंकों की ग्राहक सेवा में और सुधार लाने के लिये RBI ने बैंकों से कहा है कि वह 5,000 रूपए मूल्य तक के नोटों की निशुल्क अदला-बदली करें। अदला-बदली किए जाने वाले नोटों की अधिकतम सीमा 20 होगी। सरल शब्दों में कोई भी व्यक्ति या तो 20 कटे-फटे नोट या 5000 रुपए मूल्य तक के नोटों को बैंक से निशुल्क बदल सकता है।

तस्वीरों में देखिए करंसी नोट्स पर सिक्योरिटी फीचर्स

currency notes

indiatvpaisacurrency-(1)IndiaTV Paisa

indiatvpaisacurrency-(2)IndiaTV Paisa

indiatvpaisacurrency-(3)IndiaTV Paisa

indiatvpaisacurrency-(4)IndiaTV Paisa

indiatvpaisacurrency-(5)IndiaTV Paisa

रिजर्व बैंक ने कहा है कि यदि बदले जाने वाले ऐसे पुराने नोटों की संख्या 20 से ज्यादा है तो बैंक शुल्क लगा सकते हैं। खराब और पुराने नोटों को बदलने की सुविधा प्राधिकृत बैंक शाखाओं और बिना-चेस्ट (खजाना) वाली शाखाओं पर उपलब्ध है।

बैंकों से कहा गया है कि यदि उन्हें 5,000 रूपए मूल्य से अधिक अथवा 20 से ज्यादा पुराने नोट बड़ी संख्या में दिये जाते हैं, तो वह यह कहकर उन्हें स्वीकार कर सकते हैं कि इनका मूल्य बाद में क्रेडिट कर दिया जायेगा। बड़ी संख्या में मिलने वाले नोटों के एवज में बैंक सेवा शुल्क ले सकते हैं। यदि दिये गये नोटों का मूल्य 50,000 रूपए से अधिक है तो बैंकों को सावधनी बरतनी चाहिये।

बिना-चेस्ट वाली बैंक शाखाओं से कहा गया है कि वह प्रति व्यक्ति प्रतिदिन पांच नोट को प्रक्रिया के अनुरूप देख जांच कर उसका विनिमय मूल्य काउंटर पर दें।

यह भी पढ़ें- अमेजन, फेसबुक के बजाय RBI के लिए काम करना पसंद करते हैं भारतीय स्टूडेंट्स, लिस्ट में टॉप पर गूगल और एप्पल

यह भी पढ़ें- रिजर्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड ने वृहद आर्थिक घटनाक्रम, एमपीसी पर विचार विमर्श किया

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement