नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को राष्ट्रीय वित्तीय स्विच (एनएफएस) सदस्य बैंकों को मार्च- 2016 तक एटीएम स्विच में बदलाव करने के लिए कहा है। इस बादलाव के जरिये उपभोक्ताओं को एटीएम के जरिये मोबाइल बैंकिंग सेवाओं के रजिस्ट्रेशन में मदद मिल सकेगी।
नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने मोबाइल बैंकिंग रजिस्ट्रेशन सेवा-विकल्प एनएफएस पर विकसित किया है और यह सेवा सभी एनएफएस सदस्य बैंकों के एटीएम में लगाई जाएगी। भारतीय रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है कि इसे देखते हुए एनएफएस में भागीदारी करने वाले सभी बैंकों को अपने संबंधित एटीएम स्विच में 31 मार्च, 2016 तक बदलाव करने होंगे।
आरबीआई का कहना है कि भारत में मोबाइल का प्रसार तेजी से हो रहा है। बैंकों को मोबाइल बैंकिंग सेवा के जरिये अपनी सर्विस विस्तार करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा आरबीआई ने बैंकों से मोबाइल बैंकिंग रजिस्ट्रेशन की सुविधा दूसरे माध्यम जैसे इंटरनेट बैंकिंग, आईवीआर, फोन बैंकिंग आदि से देने के लिए भी कहा है। सभी ग्राहकों के लिए मोबाइल बैंकिंग जरूरी हैं। आरबीआई ने बैंकों से कहा कि वह अपने सभी माध्यमों से ग्राहकों के बीच इसके विषय में जागरूकता पैदा करें।
ATM कार्ड मशीन में फंस जाए, तो अपनाएं ये उपाय
कभी कभी मशीनों में तकनीकी खराबी, पॉवर फ्लक्चुएशन आदि वजहों से आपका ATM कार्ड फंस जाता है। ऐसे वक़्त में आपको धैर्य रखना होगा और जिस मशीन में आपका कार्ड फंसा है उस पर नज़र डालना होगा, जिस पर आपको एक नंबर नज़र आएगा। जो आपके कार्ड से संबंधित बैंक के कस्टमर केयर को फोन कर आपके कार्ड के मशीन में फंस जाने की जानकारी देने में मदद करेगा। ऐसा करने के बाद आप संबंधित बैंक की नजदीकी शाखा में जाकर इस संदर्भ में पूरी जानकारी दें। अन्य विकल्प यह भी है की आप अपना कार्ड ब्लॉक करा दें। बेफिक्र रहें बैंक आपको वही कार्ड या एक नया कार्ड मुहैया करा देगी ताकि आप सुविधाओं का फिर से लाभ ले सकें। बस इस बात का ध्यान रहे कि बैंक में जानकारी देने के लिए जाते वक़्त आप अपना पहचान पत्र जैसे पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी या पासपोर्ट साथ ले जाएं, जिससे बैंक को संबंधित प्रोसेस करने में आसानी होगी।