नई दिल्ली। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संरचना में और बदलाव होने का संकेत देते हुए वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने आज कहा कि जीएसटी परिषद जीएसटी दरों को युक्तिसंगत बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार जीएसटी के बारे में जल्द ही एक बड़ी घोषणा करेगी।
वह भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित दिल्ली एसएमई फाइनेंस समिट में बोल रहे थे। सीआईआई सहित विभिन्न औद्योगिक संगठन सरकार से जीएसटी संरचना को युक्तिसंगत बनाने और टैक्स स्लैब को कम करने की मांग पिछले कई महीनों से कर रहे हैं।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस साल जनवरी में कहा था कि जीएसटी बहुत जल्द ही स्थिर हो गया है और इसने टैक्स आधार को और विस्तार देने का अवसर दिया है। जीएसटी परिषद ने पिछले साल नवंबर में जीएसटी संरचना में बदलाव किया था और 178 वस्तुओं को 18 प्रतिशत वाले टैक्स स्लैब में शामिल किया था। जीएसटी परिषद ने 28 प्रतिशत टैक्स स्लैब को केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक और लग्जरी उत्पादों के लिए रखा है।
वर्तमान में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में चार टैक्स स्लैब- 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत- हैं। शुक्ला ने कहा कि सरकार एमएसएमई क्षेत्र को प्रोत्साहित करने की दिशा में काम कर रही है और उसका ये अगला कदम उसी के अनुरूप है।