Key Highlightsटाटा संस से सायरस मिस्त्री की छुट्टीरतन टाटा दोबारा संभालेंगे कमान2012 में मिस्त्री बने थे टाटा संस के चेयरमैन4 महीने में नए चेयरमैन की होगी तलाशनई दिल्ली। देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने टाटा संस ने सायरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाने का फैसला किया है। ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा 4 महीने के लिए दोबारा कार्यभार संभालेंगे। रतन टाटा अंतरिम चेयरमैन के रूप में काम करेंगे। इस चार महीने के दौरान कमेटी नए चेयरमैन की तलाश करेगी। साइरस मिस्त्री को 28 दिसंबर 2012 में टाटा सन्स की कमान सौंपी गई थी।टाटा संस ने एक बयान जारी कर कहा है, ‘टाटा संस ने आज घोषणा की है कि इसके बोर्ड ने सायरस पी मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा दिया गया है। यह निर्णय आज हुई बोर्ड मीटिंग में लिया गया।’रतन टाटा की अगुवाई में बनी कमेटीटाटा संस ने एक सेलेक्शन कमेटी का गठन किया है जो कि चार महीने में नए चेयरमैन की तलाश करेगी। इस कमेटी में रतन टाटा समेत तीन लोग और होंगे। इसमें रोनेन सेन, वेणु श्रीनिवासन, अमित चंद्रा का नाम शामिल है। आज हुई बोर्ड मीटिंग में यह फैसला लिया गया है।मिस्त्री के कार्यकाल में सुस्त पड़ी टाटा की चालजब सायरस मिस्त्री की ताजपोशी हुई थी तब उस वक्त कंपनी का कारोबार 100 अरब डॉलर का था और बोर्ड ने कंपनी की बागडोर मिस्त्री के हाथ में देते हुए 2022 तक उनके लिए इस कारोबार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य दिया था। लेकिन हाल के वर्षों में टाटा ग्रुप की रफ्तार सुस्त हुई है और उनके कई प्रोजेक्ट गति नहीं पकड़ सके। प्रतिष्ठित पत्रिका ‘The Economist’ ने हाल में टाटा ग्रुप पर एक लेख लिखा था जिसमें बताया गया था कि सायरस के नेतृत्व में ग्रुप उस रफ्तार से आगे नहीं बढ़ पा रहा है जो अपेक्षाएं उनसे की गई थीं।सायरस मिस्त्री के कार्यकाल में टाटा ग्रुप की विभिन्न कंपनियों का प्रदर्शनजानिए कौन हैं साइरस मिस्त्रीसायरस पलोनजी मिस्त्री 28 दिसंबर 2012 को टाटा ग्रुप के चेयरमैन बनाए गए थे।उन्होंने मुंबई के कैथेड्रल एवं एंड जॉन कॉनन स्कूल में पढ़ाई की थी।सिविल इंजीनियरिंग में बीएस के साथ इंपीरियल कॉलेज, लंदन से स्नातक किया।लंदन बिजनेस स्कूल से उन्होंने मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।4 जुलाई 1968 को जन्मे सायरस मिस्त्री टाटा ग्रुप के छठे चेयरमैन थे।