सिंगापुर। रैनबैक्सी लैबोरेटरीज के पूर्व प्रमोटर्स सिंह बंधुओं (मालविंदर और शिविंदर) और उनके परिवार को एक मध्यस्थता न्यायाधिकरण ने जापान की कंपनी दाइची को 2,562.78 करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति का भुगतान करने का आदेश दिया है। अदालत ने सिंह बंधुओं को जापानी कंपनी को हिस्सेदारी बिक्री के दौरान सूचनाओं की गलत जानकारी देने तथा उन्हें छुपाने के लिए यह निर्देश दिया है।
फोर्टिस हेल्थकेयर के चेयरमैन मालविंदर सिंह तथा उनके भाई शिविंदर सिंह सहित उनके परिवार ने रैनबैक्सी में समूची 35 फीसदी हिस्सेदारी दाइची सान्क्यो को 2008 में 2.4 अरब डॉलर में बेची थी। हालांकि, बाद में जापान की फार्मा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ने भारतीय प्रमोटर्स पर तथ्यों को छुपाने का आरोप लगाते हुए सिंगापुर में मध्यस्थता निर्णय का मामला दायर किया था।
इससे पहले रैनबैक्सी ने तथ्यों को छुपाने के मामले में अमेरिकी न्यायिक विभाग को 50 करोड़ डॉलर का भुगतान किया था। आरएचसी होल्डिंग प्राइवेट लि. ने बयान में कहा कि मध्यस्थता प्राधिकरण ने 2:1 से फैसला जापानी कंपनी के पक्ष में दिया है। अदालत ने सिंह बंधुओं को जापानी कंपनी को 2,562.78 करोड़ रुपए का भुगतान करने को कहा है। पूर्ववर्ती रैनबैक्सी लैबोरेटरीज के शेयरों की बिक्री करने वालों में आरएचसी होल्डिंग तथा आस्कर इन्वेस्टमेंट शामिल थीं। इस बारे में संपर्क करने पर मालविंदर सिंह ने कोई टिप्पणी करने से इनकार किया।
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