नई दिल्ली। देश के कुछेक हिस्सों से भले ही बाढ़ की खबरें आ रही हों लेकिन पूरे देश में अबतक बीते मानसून सीजन की बात करें तो बारिश सामान्य के मुकाबले 10 प्रतिशत कम हुई है। पूरे मानसून सीजन यानि जून से सितंबर के दौरान अगर बारिश की कमी 10 प्रतिशत या इससे ज्यादा हो तो सीजन को सूखा घोषित कर दिया जाता है। अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान क्योंकि 10 प्रतिशत कम बरसात हुई है, ऐसे में पूरे सीजन के लिए सूखे की आशंका बढ़ गई है।
7 राज्यों में बारिश की कमी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक पहली जून से लेकर 6 अगस्त तक देशभर में औसतन 457.3 मिलीमीटर बरसात हुई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान 508.5 मिलीमीटर बारिश होती है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बिहार, झारखंड, हरियाणा, पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण भारत के कुछेक राज्यों में सामान्य के मुकाबले कम बरसात हुई है जिस वजह से बारिश की यह कमी आई है। देश के 6 राज्यों में सामान्य से कम और 1 राज्य में सामान्य से बहुत कम बरसात दर्ज की गई है।
मौसम विभाग का सामान्य बारिश का अनुमान
हालांकि मौसम विभाग ने अगस्त और सितंबर के दौरान लगभग 95 प्रतिशत बरसात का अनुमान लगाया है और बारिश अगर मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक होती है तो सूखा नहीं पड़ेगा। मौसम विभाग के मुताबिक अगस्त और सितंबर के दौरान सामान्य बरसात की संभावना 41 प्रतिशत, सामान्य से कम बरसात की संभावना 47 प्रतिशत और सामान्य से ज्यादा बरसात की संभावना 12 प्रतिशत है।
स्काइमेट का सामान्य से कम बरसात का अनुमान
वहीं मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट के मुताबिक अगस्त के दौरान देशभर में औसतन 88 प्रतिशत और सितंबर के दौरान 93 प्रतिशत बरसात होने की संभावना है। स्काइमेट के प्रधान मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत के मुताबिक इस साल पूरे मानसून सीजन के दौरान औसतन 92 प्रतिशत बरसात होने का अनुमान है, यानि पूरे मानसून सीजन की बरसात सामान्य के मुकाबले कम रहेगी।