नई दिल्ली। भारतीय रेलवे यात्रियों की यात्रा को आसान और दिलचस्प बनाने के लिए कांच की छतों वाली ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहा है। एंटरटेनमेंट सिस्टम से लैस ट्रेनें जल्द भारतीय पटड़ियों पर दौड़ती नजर आ सकती है। इससे लोग स्विट्जरलैंड की तरह ट्रेनों में यात्रा का मजा ले सकेंगे।
आईआरसीटीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ए के मनोचा ने बताया कि इस तरह की कोचों का लक्ष्य पयर्टन को बढ़ावा देना एवं घरेलू और विदेशी पर्यटकों को आकषिर्त करना है। मनोचा ने कहा कि पहली कोच को कश्मीर घाटी में एक नियमित ट्रेन के साथ जोड़ा जाएगा और दो अन्य कोच विशाखापतनम में खूबसूरत अराकू घाटी से गुजरने वाली ट्रेनों में जोड़े जाएंगे।
भारतीय रेलवे कैटरिंग एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी), रिसर्च डिजाइन्स एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) और इंटिगरल कोच फैक्टरी ने संयुक्त रूप से पेरंबूर में कांच की छत वाली ट्रेन को डिजाइन किया है, जिसका परिचालन इस वर्ष दिसंबर से शुरू होगा।
जानिए रेलवे से जुड़े रोचक तथ्य
Indian Rail
Indian Rail
Indian Rail
Indian Rail
Indian Rail
Indian Rail
Indian Rail
Indian Rail
बायो टॉयलेट, सीसीटीवी लगाने के लिए रेलवे को मिले 1,656 करोड़ रुपए
- रेलवे के स्वच्छता और सुरक्षा अभियान को प्रोत्साहन देने को सरकार ने उसे 1,656 करोड़ रुपए प्रदान किए हैं।
- रेलवे इस राशि का इस्तेमाल देशभर में ट्रेनों में बायो टॉयलेट लगाने और स्टेशनों पर सीसीटीवी लगाने के लिए करेगी।
- रेलवे को जहां स्वच्छ भारत मिशन के तहत ट्रेनों में बायो टायलेट लगाने के लिए 1,155 करोड़ रुपए की राशि मिली है।
- वहीं सभी प्रमुख स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने को उसे निर्भया कोष के तहत 500 करोड़ रुपए दिए गए हैं।
- इससे स्वच्छ भारत मिशन को एक कदम और आगे ले जाने में मदद मिलेगी।
- रेलवे ने सितंबर 2019 तक समूचे नेटवर्क को डिस्चार्ज मुक्त जोन बनाने का लक्ष्य रखा है।