नई दिल्ली। भारतीय रेलवे की योजना के मुताबिक साल 2023 तक देश की सभी ब्रॉडगेज लाइन का विद्युतीकरण पूरा कर लिया जाएगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आज राज्य सभा में लिखित रूप में ये जानकारी दी है। रेल मंत्री ने साथ ही जानकारी दी कि देश में इस साल के पहली अप्रैल तक 63 फीसदी ब्रॉडगेज लाइन का इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा हो गया है यानि इन रूट्स पर बिजली से चलने वाले इंजन ऑपरेट किए जा सकते हैं। इस रूट्स की कुल लंबाई 63631 रूट किलोमीटर है। वहीं अभी भी 23,765 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण होना बाकी है।
भारत सरकार स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की लगातार कोशिश कर रही है, इसी कड़ी में रेलवे ज्यादा से ज्यादा ट्रेन रूट्स को बिजली के रूट्स में बदलने में लगी हुई है, इससे न केवल डीजल के इंजन का इस्तेमाल घटेगा और डीजल की खपत में कमी लाई जा सकेगी, वहीं नई पीढ़ी के इलेक्ट्रिक इंजन के इस्तेमाल से देश में ज्यादा तेज रफ्तार की ट्रेन का संचालन भी बढ़ेगा। भारतीय रेलवे का लक्ष्य दिसंबर, 2023 तक 100 प्रतिशत विद्युतीकरण और 2030 तक शून्य उत्सर्जक बनने का है। इसके साथ ही रेलवे स्वच्छ ऊर्जा पर भी अपना फोकस बढ़ा रही है, जिसमें सिग्नल, रेलवे स्टेशन पर सौर ऊर्जा का इस्तेमाल बढ़ाने की योजना पर काम किया जा रहा है।
रेलवे इसके साथ ही फंड से जुड़ी मुश्किलों को हल करने के लिए अपने पास मौजूद सभी स्रोत पर नजर दौड़ा रही है। आज रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे की ऐसी खाली जमीन जिसका फिलहाल कोई इस्तेमाल न हो, उसे रेलवे की अपनी फंड की जरूरत को पूरा करने के लिए व्यवसायिक इस्तेमाल के लिए डेवलप किया जाएगा। इसके लिए रेलवे निजी सहयोग को आमंत्रित करेगा। इससे इन खाली जमीन का इस्तेमाल होगा साथ ही रेलवे को भविष्य के निवेश के लिए जरूरी रकम भी मिलेगी।