नई दिल्ली। रेल मंत्रालय, पोत परिवहन मंत्रालय तथा मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र सरकारों के बीच 9,000 करोड़ रुपए की इंदौर-मनमाड़ रेल परियोजना के क्रियान्वयन के लिए मंगलवार को एक करार हुआ है।
पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हम इंदौर से मनमाड़ के बीच एक काफी बड़ी रेल परियोजना शुरू कर रहे हैं। इंदौर व्यावसायिक हब है। मध्य रेलवे के जरिये यहां से कंटेनर मनमाड़ जाएंगे और वहां से उन्हें जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) भेजा जाएगा।
सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर दस्तखत के बाद गडकरी ने संवाददाताओं से कहा कि इस रेल लाइन से मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के आदिवासी क्षेत्रों को फायदा होगा। इस रेल लाइन की लागत 9,000 करोड़ रुपए बैठेगी। इस परियोजना से मुंबई-पुणे से मध्य भारत के महत्वपूर्ण गंतव्यों की दूरी 171 किलोमीटर घट जाएगी। गडकरी ने कहा कि इस लाइन की वजह से मौजूदा 815 किलोमीटर का मार्ग घटकर 644 किलोमीटर रह जाएगा।
एमओयू पर हस्ताक्षर के समय गडकरी के अलावा रेल मंत्री पीयूष गोयल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। गडकरी ने कहा कि दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे को भी इस परियोजना से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस रेल लाइन का इस्तेमाल यात्री ट्रेनों के लिए भी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसमें समय और करीब 215 से 250 किलोमीटर की दूरी भी बचेगी। इसका इस्तेमाल पिछड़ा क्षेत्र विकास के लिए किया जाएगा। गडकरी ने बताया कि जेएनपीटी इस लाइन में निवेश करेगा। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की राज्य सरकारों ने भूमि अधिग्रहण में सहयोग किया है।