नई दिल्ली। ट्रेनों की लेट-लतीफी से फजीहत झेल रही भारतीय रेल ने ट्रेनों को समय पर चलाने का नायाब नुस्खा खोज लिया है। यदि आप सोच रहे हैं कि भारत में ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी तो आप गलत हैं,क्योंकि यहां केवल रेलवे ट्रेनों की टाइमिंग को बढ़ाने की तैयारी चल रही है। एक अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक रेलवे ट्रेनों के गंतव्य तक पहुंचने के समय में परिवर्तन करने की तैयारी कर रहा है। जिससे आमतौर पर देरी से पहुंचने वाली ट्रेनें खुद-ब-खुद समय पर आने लगेंगी।
आइए जानते हैं ये सब कैसे काम करेगा। मान लीजिए किसी ट्रेन को अपने गंतव्य तक पहुंचने में 14 घंटे का समय लगाता है। इसमें ट्रेन के आम तौर पर लेट होने के समय को भी शामिल किया जाएगा। इस प्रकार नए टाइम टेबल में ट्रेन का कुल समय 14.30 या 15 घंट निर्धारित किया जा सकता है। इसका अर्थ यह हुआ कि भले ही पुराने टाइम टेबल के अनुसार ट्रेन लेट हो, लेकिन नए टाइम टेबल के मुताबिक यह सही समय पर ही पहुंचेगी।
नेशनल ट्रांसपोर्टर पंक्चुएलिटी स्कोर के मुताबिक भारत में ट्रेनों की निर्धारित समय पर आवाजाही में 65% की गिरावट देखने को मिली है। जो कि हाल कि वर्षों का सबसे खराब स्तर है। रेलवे के विभिन्न जोन का मानना है कि इससे ट्रेनों को समय पर चलाने में मदद मिलेगी। वहीं इससे ट्रेनों की औसत गति भी बढ़ेगी। दक्षिण रेलवे पहले ही 90 ट्रेनों का समय 30 मिनट तक बढ़ा चुका है। वहीं उत्तर रेलवे ने भी 95 ट्रेनों के समय में बढ़ोत्तरी प्रस्तावित की है। जिससे आपका यात्रा समय अपने आप 30 घंटे से 1 घंटे तक बढ़ जाएगा। रेलवे की ओर से कई बार कहा जा चुका है कि रेलवे ट्रैकों पर जारी मरम्मत कार्यों की वजह से ट्रेनें देरी से चल रही हैं।