नयी दिल्ली। मालढुलाई में कमी के मद्देनजर रेलवे ने आज कोयला ढुलाई की दर को तर्कसंगत बनाया है। इसके तहत लंबे मार्ग की ढुलाई की दर कम की गई है जबकि छोटी दूरी के लिए इसे बढ़ाया गया है। इसके अलावा 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी की ढुलाई पर लदाई-उतराई के लिए 55 रपये प्रति टन की दर से कोयला टर्मिनल अधिभार लगाया गया है।
जनरल टिकट काउंटर से भी खरीद सकेंगे स्लीपर टिकट, पर सीट नहीं कोई गारंटी
रेलवे बोर्ड के सदस्य (यातायात) मोहम्मद जमशेद ने बताया कि हमने कोयला मंत्रालय के साथ विचार विमर्श के बाद कोयला परिवहन के लिए दूरी की स्लैब में बदलाव कर दरों को तर्कसंगत बनाया है। आज से 700 किलोमीटर से अधिक दूरी की नई कोयला ढुलाई दर 4 से 13 प्रतिशत कम होगी। उन्होंने कहा कि 200 से 700 किलोमीटर की ढुलाई के लिए दरों में 7 से 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। 200 किलोमीटर तक की ढुलाई के लिए दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
कोयला की नीलामी से देश को मिलेंगे 3.45 लाख करोड़ रुपए, कालेधन को बाहर निकालने में भी प्रगति
नई दरों के हिसाब से 497 किलोमीटर तक की कोयला ढुलाई की नई दर अब 712 रुपए प्रति टन होगी जो अभी तक 702 रुपए प्रति टन थी। इसी तरह 1,807 किलोमीटर तक के परिवहन के लिए यह 2,138 रुपए प्रति टन होगी, जो अभी तक 2,348 रुपए प्रति टन थी। पिछले चार माह में कोयला ढुलाई में गिरावट आई है। अप्रैल-जुलाई की अवधि के लिए कोयला ढुलाई का लक्ष्य 20 करोड़ टन था, जबकि रेलवे ने 17.7 करोड़ टन की ढुलाई की।