नई दिल्ली। रेलवे ने बजट में की गई घोषणाओं को पूरा करते हुए वरिष्ठ नागरिकों के आरक्षण कोटे में 50 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। अब ट्रेन में उनके लिए करीब 90 सीटें आरक्षित होंगी। रेलवे बोर्ड सदस्य (ट्रैफिक) मोहम्मद जमशेद ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए अधिक कोटा की मांग होती रही है और रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बजट में इसकी घोषणा की है। उसी के अनुरूप यह फैसला किया गया है। बढ़ा हुआ कोटा पहली अप्रेल से प्रभावी होगा। इसके अलावा सरकार ने माल भाड़े को तर्कसंगत करने की घोषणा की है।
महिलाओं को मिलेगी अधिक सुविधा
मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि 45 साल और इससे अधिक उम्र की महिलाएं और गर्भवती महिलाएं जब अकेले यात्रा कर रही हों तो वैसी महिलाओं के लिए शयनयान श्रेणी, एसी-दो और एसी-तीन की प्रत्येक बोगी में दो नीचे की सीटें आरक्षित रहेंगी। वर्ष 2015 में शयनयान श्रेणी की प्रत्येक बोगी में दो नीचे वाली सीटों का जो कोटा था उसे बढ़कर चार कर दिया गया था। बाद में ‘केवल तभी जब अकेले यात्रा कर रही हो’ वाली शर्त को भी शिथिल कर दिया गया था।
भारतीय रेल से जुड़े कुछ Facts
Indian Rail
Indian Rail
Indian Rail
Indian Rail
Indian Rail
Indian Rail
Indian Rail
Indian Rail
रेलवे ने कम दूरी के लिए माल भाड़ा घटाया
सड़क क्षेत्र से प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही रेलवे ने खदान निकास से संयंत्रों तक कोयले की ढुलाई बढ़ाने के लिए मेरी-गो-अराउंड (एमजीआर) स्कीम के साथ माल भाड़ा नीति को तर्कसंगत किया। नई नीति इस साल एक अप्रैल से प्रभावी हो जाएगी। इसके तहत वित्त वर्ष 2016-17 में करीब 500 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व अर्जित करने का लक्ष्य रखा गया है। नई नीति के मुताबिक, रेलवे प्रतिदिन दो से तीन फेरों के लिए करीब 18 किलोमीटर की दूरी के लिए 47 रुपए प्रति टन की दर से भाड़ा लेगी, जबकि सड़क मार्ग से इतनी ही दूरी के लिए ढुलाई भाड़ा 72 रुपए प्रति टन है।