नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक घोटाला मामले में भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की मुश्किलें बढ़ने जा रही हैं। नीरव मोदी की बहन और उनके पति मामले में सरकारी गवाह बन गए हैं। नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी (पूर्वी मेहता) और उनके पति मयंक मेहता ने स्पेशल कोर्ट के सामने याचिका दायर कर सेक्शन 306 और 307 के तहत माफी मांगी है और मामले से जुड़े सभी साक्ष्य और जानकारियों को पूरे कागजातों के साथ सामने ऱखने की बात भी कही है। जिसके बाद स्पेशल कोर्ट ने सरकारी गवाह बनने की इजाजत दे दी है।
जानकारियां देने के साथ साथ पूर्वी मोदी और उनके पति ने भारत और विदेशों में स्थित 579 करोड़ रुपये के एसेट्स को भारत सरकार को सौंपने में पूरी मदद के लिए भी हामी भरी है। ये एसेट्स पूर्वी मोदी या फिर उनकी कंपनियों के नाम पर है। इसमें 19.5 करोड़ रुपये का मुंबई में एक फ्लैट, एक ट्रस्ट के नाम करीब 50 लाख डॉलर यानि 36.52 करोड़ रुपये कीमत का न्यूयॉर्क सेंट्रल पार्क साउथ में स्थित फ्लैट, ट्रस्ट के नाम न्यूयॉर्क में स्थित ढाई करोड़ डॉलर यानि करीब 183 करोड़ रुपये का एसेट, पूर्वी दीपक मोदी के नाम पर स्विट्जरलैंड में स्थित बैंक अकाउंट (108.23 करोड़ रुपये), लंदन में स्थित 62 करोड़ रुपये का एक फ्लैट और भारत में पूर्वी मोदी के नाम सिंडिकेट बैंक, मुंबई में स्थित अकाउंट (1.96 करोड़ रुपये) शामिल है।
मामले की जांच मे खुलासा हुआ था कि पूर्वी मोदी के नाम एक दर्जन से ज्यादा बैंक खाते हैं और विदेशों में स्थित कई कंपनियों और ट्रस्ट का मालिकाना हक भी है। कोर्ट के सामने पूर्वी मोदी ने कहा है कि वो विदेशों में स्थित सभी एसेट्स को भारत में लाने में पूरी मदद करने को तैयार है। पूर्वी और मयंक मेहता ने कहा कि जो भी पैसा उनके खाते में आया वो नीरव मोदी का था और नीरव मोदी के कहने पर ही भेजा गया था। कोर्ट ने दोनो को सभी जानकारियां सौंपने की शर्त पर गवाह बने को मंजूरी दे दी है। मामले में आगे की जांच जारी है।