नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब एंड सिंध बैंक ने मंगलवार को कहा कि उसका वित्त वर्ष 2019- 20 की चौथी तिमाही का शुद्ध घाटा बढ़कर 236.30 करोड़ रुपए रहा। फंसे कर्ज के लिए प्रावधान बढ़ने की वजह से बैंक का घाटा बढ़ा है। एक साल पहले इसी अवधि में बैंक को 58.57 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च 2020) की अवधि में बैंक की कुल आय घटकर 2,289.43 करोड़ रुपए रही। एक साल पहले इसी अवधि में यह 2,304.37 करोड़ रुपए रही थी। बैंक ने नियामकीय सूचना में यह जानकारी दी है। आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक ने 429.75 करोड़ रुपए का परिचालन मुनाफा हासिल किया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में बैंक ने 404.13 करोड़ रुपए का परिचालन मुनाफा कमाया था।
संपत्ति गुणवत्ता के मोर्चे पर मार्च 2020 की समाप्ति पर बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) बढ़कर बैंक के कुल कर्ज का 14.18 प्रतिशत तक पहुंच गई, जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 11.83 प्रतिशत पर थीं। बैंक का शुद्ध एनपीए भी एक साल पहले के 7.22 प्रतिशत से बढ़कर 8.03 प्रतिशत पर पहुंच गया। शुद्ध परिसंपत्ति के अनुरूप इस दौरान बैंक द्वारा किया जाने वाला प्रावधान भी एक साल पहले के मुकाबले दोगुने से अधिक बढ़कर 683.80 करोड़ रुपए हो गया। एक साल पहले यह प्रावधान 312.09 करोड़ रुपए रहा था।
वित्त वर्ष 2019- 20 पूरे साल के दौरान बैंक का घाटा दोगुने के करीब पहुंचकर 990.80 करोड़ रुपए रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष में बैंक को 543.48 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। वहीं 2019- 20 में बैंक की कुल आय भी घटकर 8,826.92 करोड़ रुपए रह गई, जो कि इससे पिछले साल 9,386.95 करोड़ रुपए थी। वित्त वर्ष 2019- 20 के दौरान बैंक की ब्याज आय भी घटकर 7,929.53 करोड़ रुपए रह गई, जो कि इससे पिछले वर्ष में 8,558.67 करोड़ रुपए रही थी।