नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक, जो संपत्ति के लिहाज से देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक है, को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 561 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। यह पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 2 प्रतिशत ज्यादा है, उस समय बैंक का शुद्ध मुनाफा 549 करोड़ रुपए था। बैंक का एनपीए अनुपात घटने से मुनाफे में वृद्धि हुई है और इसने सभी अनुमानों को पीछे छोड़ दिया है। अच्छे वित्तीय परिणामों की वजह से आज बैंक का शेयर 2 बजे के आसपास 6 प्रतिशत से अधिक चढ़ गया।
प्रतिशत में बैंक का ग्रॉस बैड लोन दूसरी तिमाही में कुल लोन का 13.31 प्रतिशत रहा, जो कि जून तिमाही में 13.66 प्रतिशत और पिछले साल की समान तिमाही में 13.63 प्रतिशत था। दूसरी तिमाही में बैंक ने एनपीए के लिए प्रोवीजन 64 प्रतिशत बढ़ाकर 2,694 करोड़ रुपए किया है। जून में सरकारी बैंकों के 9.5 लाख करोड़ रुपए के कुल एनपीए में पंजाब नेशनल बैंक की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है। बैड लोन में वृद्धि होने से अर्थव्यवस्था में नए लोन के रास्ते में रुकावट पैदा हुई है, जिसे वृद्धि को पटरी पर लाने के लिए निवेश में तेजी लाने की आवश्यकता है।
भारत सरकार, जिसकी पीएनबी सहित 21 सरकारी बैंकों में अधिकांश हिस्सेदारी है, ने पिछले महीने सरकारी बैंकों को 2.11 लाख करोड़ रुपए की नई पूंजी उपलब्ध कराने की घोषणा की है।