नई दिल्ली। सरकार के ई-मार्केट पोर्टल (जैम) पर वस्तुओं और सेवाओं की खरीद अप्रैल में बढ़कर 6,894 करोड़ रुपये हो गई। जैम पोर्टल की शुरुआत नौ अगस्त 2016 में हुई थी, जहां केंद्र सरकार के सभी मंत्रालय और विभाग वस्तुओं तथा सेवाओं की ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं। जैम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) प्रशांत कुमार सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘अप्रैल में जैम प्लेटफॉर्म पर कुल कारोबार का मूल्य 6,894 करोड़ रुपये रहा।’’ सिंह ने कहा कि यह राशि पिछले वित्त वर्ष की जून तिमाही और सितंबर तिमारी के आंकड़ों से अधिक है। उन्होंन कहा, ‘‘जैम भारत भर में खरीदारों और विक्रेताओं को तेजी से एक साथ लाने के अपने प्रयासों के चलते यह उपलब्धि हासिल कर सका, जिसके तहत ई-मार्केट प्लेस में खरीदारों के लिए विविध पेशकश और रेलवे, रक्षा और सीपीएसयू जैसे बड़े खरीदारों के लिए बेहतर सुविधाएं शामिल हैं।’’
उन्होंने बताया कि अप्रैल में मंच को अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर मिला। कुल 2,600 करोड़ रुपये का यह ऑर्डर कार्बन स्टील कोटेड पाइप लाइन की खरीद के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत आने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) ने दिया। इस सरकारी मार्केटिंग पोर्टल पर कार्यालय में इस्तेमाल होने वाले दस्तावेज, रजिस्टर आदि से लेकर वाहनों, कंप्यूटरों, कार्यालय में इस्तेमाल के लिये फर्नीचर सहित कई प्रकार का सामान उपलब्ध है। पोर्टल पर परिवहन, लाजिस्टिक्स, अपशिष्ट प्रबंधन, वेब कास्टिंग जैसी सेवायें सूचीबद्ध हैं। पोर्टल पर अब तक 17,93,773 विक्रेता और सेवा प्रदाता पंजीकृत हैं। इसमें 3,16,243 उत्पाद और कई तरह की सेवायें उपलबध हैं। पोर्टल पर अब तक कुल मिलाकर 1,14,700 करोड़ रुपये के सौदे हो चुके हैं।
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