मुंबई। सरकार द्वारा 1000 व 500 रुपए के बड़े नोट बंद करने के बाद से शुक्रवार दोपहर तक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को जमा के रूप में 39,677 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हो चुकी है। इस दौरान उसने 1,666 करोड़ रुपए के नोटों का बदला है।
सरकार ने कालेधन, नकली नोट और आतंकवादियों को धन पहुंचाने के खिलाफ कार्रवाई के तहत मंगलवार आधी रात से पुराने 500 और 1000 रुपए के सभी नोटों का चलन अमान्य कर दिया है।
एसबीआई की चेयरमैन अरुंधती भट्टाचार्य ने कहा,
गुरुवार को नकदी जमा 22,150 करोड़ रुपए रही व 723 करोड़ रुपए के नोट बदले गए। शुक्रवार को शाम छह बजे तक 17,527 करोड़ रुपए की जमाएं आईं, जबकि 943 करोड़ रुपए के नोट बदले गए।
- हालांकि इससे पहले खबरें आईं थीं कि बैंक में अब तक 53,000 करोड़ रुपए जमा हुए हैं, जो गलत थी।
- उन्होंने कहा कि नकदी की कोई कमी नहीं है और अगले एक-दो दिनों में सभी समस्याओं को सुलझा लिया जाएगा।
- बैंक के पास पर्याप्त नकदी उपलब्ध है बस थोड़ी समस्या लॉजिस्टिक की आ रही है, जिसे जल्द खत्म कर लिया जाएगा।
- उन्होंने बताया कि गुरुवार को बैंक में जमा बढ़कर 11,000 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। जो सामान्य तौर पर प्रति माह 8,000 करोड़ रुपए रहता है।
- करेंट एकाउंट जमा भी एक दिन में बढ़कर 7,000 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
- भट्टाचार्य ने कहा कि इस तरह के जमा से फंड की लागत कम होगी, जिससे जमा ब्याज और एमसीएलआर में कटौती हो सकती है।
- इससे लोन का इंटरेस्ट रेट भी कम होगा।
- उन्होंने कहा कि पुराने नोटों के बंद होने से केवल लग्जरी आइटमों की मांग पर असर पड़ेगा।