नई दिल्ली। आपको बैंक से संबंधित कोई भी जरूरी काम है, तो आज ही निपटा लें। देश भर के बैंक कर्मचारी मंगलवार और बुधवार को हड़ताल पर जा रहे हैं। ऐसे में सरकारी बैंकों में जहां कामकाज प्रभावित होगा वहीं एटीएम से जुड़ी सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं। कर्मचारी भारतीय स्टेट बैंक के साथ उसके सहयोगी बैंकों के विलय और आईडीबीआई बैंक के निजीकरण का विरोध कर रहे हैं। जिसके चलते 12 और 13 जुलाई को राष्ट्रव्यापी हाड़ताल बुलाई गई है। कई बैंकों न कहा है कि हड़ताल की वजह से सामान्य बैंक कामकाज प्रभावित हो सकता है। चेक क्लियरेंस, बैंक की शाखाओं में कैश डिपॉजिट और विथड्रॉल सुविधाएं भी इस वजह से प्रभावित होने की संभावना है।
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीएईए) के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने बताया कि प्रबंधन के साथ बैंक कर्मचारियों के प्रतिनिधियों की वार्ता शुक्रवार को विफल होने के बाद बैंककर्मियों ने अगले मंगलवार और बुधवार को हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। वेंकटचलम ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के साथ उसके सहयोगी बैंकों के विलय और आईडीबीआई के निजीकरण का विरोध कर रहे कर्मचारियों को प्रबंधन ने कोई ठोस प्रस्ताव नहीं दिया।
केंद्र सरकार के मुख्य श्रम आयुक्त ने अपने कार्यालय में शुक्रवार को वार्ता आयोजित की थी।वार्ता में वित्त सेवा विभाग के अधिकारियों, भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के प्रतिनिधियों, एसबीआई के पांच सहयोगी बैंकों के प्रतिनिधियों और संघ के नेताओं ने भाग लिया। वेंकटचलम ने कहा कि इच्छित और जानबूझकर बकाएदारों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की जगह सरकार लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बैंकों के निजीकरण और एकीकरण जैसे कदम उठा रही है। एआईबीईए ने प्रस्तावित विलय के विरोध में एसबीआई के पांच सहयोगी बैंकों के 45,000 कर्मचारियों से 12 जुलाई को हड़ताल करने का आह्वान किया है। एआईबीईए ने अगले दिन 13 जुलाई को सभी बैंकों के कर्मचारियों की हड़ताल की योजना के समर्थन की भी घोषणा की है।