मुंबई। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने मंगलवार को जोर देकर कहा कि भारत की वृद्धि को रफ्तार देने के लिए सुधारों को लगातार जारी रखना होगा। इसके साथ ही IMF ने सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पुन:पूंजीकरण की घोषणा को सकारात्मक कदम बताया है। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को ही बैंकों में पूंजी डालने की योजना को घोषित किया है।
IMF के वरिष्ठ स्थानीय प्रतिनिधि एंड्रियास बाउर ने मुंबई एक कार्यक्रम में कहा कि हमारा लंबे समय से मानना था कि पुन:पूंजीकरण के लिए और संसाधनों की जरूरत है। इस दृष्टि से यह एक सकारात्मक कदम है। उन्होंने कहा कि आठ प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर को हासिल करने के लिए सुधारों की श्रृंखला की जरूरत है।
इस बीच, भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 2.11 लाख करोड़ रुपये के पूंजी निवेश की जो घोषणा की गई है उससे आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा। कुमार ने कहा कि इससे प्रभावी तरीके से जोखिम के प्रबंधन और ण पूंजी से संबंधित जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा। उद्योग मंडल एसोचैम के महासचिव डी एस रावत ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पूंजी डालने की घोषणा तथा परियोजना खर्च से भारतीय अर्थव्यवस्था को बड़ी राहत मिलेगी जो अभी जीएसटी और नोटबंदी के प्रभाव से जूझा रही है।