नई दिल्ली। आज ऐसा कौन है, जो स्मार्टफोन का उपयोग अपने सीक्रेट वॉलेट के रूप में न करता हो। लेकिन ऐसा करना कई बार खतरनाक भी साबित होता है। आजकल हैकर्स के हमले कुछ ज्यादा ही बढ़ गए हैं। हैकर्स भी ऐसे कमजोर डिवाइस की खोज में रहते हैं, जिनको आसानी से हैक कर डाटा आसानी से चोरी किया जा सके। इससे न केवल आपका निजी डाटा चोरी होता है बल्कि कई बार भारी आर्थिक नुकसान भी पहुंचता है। ई-मेल एकाउंट हैक होने पर आपके बैंकिंग और अन्य संवेदनशील पासवर्ड लीक होने का खतरा बढ़ जाता है।
जिस प्रकार आप थोड़ी साफ-सफाई से आम बीमारियों से बच सकते हैं, उसी तरह आप डिजिटल युग में साइबर हाईजीन की मदद से किसी अनहोनी को भी टाल सकते हैं।
फोन को करें पासकोड से लॉक
जैसे घर से बाहर जाते वक्त आप दरवाजे पर ताला लगाना नहीं भूलते, वैसे ही फोन को बगैर पासकोड के इस्तेमाल करना भी न भूलें। कम से कम चार अंकों के पासकोड का उपयोग और सेल्फ-डिस्ट्रक्ट फीचर को एक्टीवेड करना बेहद सुरक्षित तरीका माना जाता है। सेल्फ डिस्ट्रक्ट फीचर में फोन में बार-बार गलत पासकोड डालने से फोन का डाटा पूरी तरह से गायब हो जाएगा। 6 अंकों का पासकोड का अनुमान लगाना 100 गुना और मुश्किल हो जाता है। पासकोर्ड में अंक और अक्षरों का मेल बनाकर इसे और भी अभेद बनाया जा सकता है। यह ऑप्शन एंड्रॉयड और आईओएस दोनों पर ही उपलब्ध है।
डिवाइस फाइंडर को करें सेट
यदि आपका आईफोन गायब होता है तो आप लॉस्ट मोड के जरिये अपनी फोन का स्क्रीन पासकोड लॉक कर सकते हैं। यह एप आईफोन के साथ आता है, जिसे आपको पहले ही सेट करके रखना होगा। एक्टीवेशन लॉक की वजह से चोरी हुए आईफोन का कोई इस्तेमाल नहीं रह जाएगा। एप्पल आईडी जाने बिना से फिर से एक्टीवेट करना मुश्किल ही नहीं नमुमकिन है।
फोन का बैकअप जरूर बनाएं
फोन का बैकअप बनाना एक अच्छी आदत है। यदि आपका फोन चोरी होता है तो आप इस आदत की वजह से रिमोट सिस्टम की मदद से फोन का सारा डाटा डिलीट कर सकते हैं और आपको डाटा खोने की चिंता भी नहीं सताएगी। इस सुविधा के लिए आपको फाइंड माई आईफोन और एंड्रॉयड डिवाइस मैनेजर एप को पहले ही इंस्टॉल करना होगा।
सॉफ्टवेयर को हमेशा करें अपडेट
सॉफ्टवेयर अपडेट में उन कमियों को दूर किया जाता है, जिनका फायदा हैकर्स उठा कर आपके डिवाइस के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं। आईफोन पर एप्पल का अपडेट निरंतर मिलता रहता है, एंड्रॉयड सिस्टम पर यह थोड़ा जटिल है। गूगल अपडेट मोबाइल निर्माता कंपनियों के लिए अपडेट जारी करती है। इसके बाद कंपनियां अपनी सुविधानुसार अपडेट को यूजर्स तक पहुंचाने के बारे में सोचती हैं, लेकिन आप यह जरूर ध्यान रखें कि आपसे जब भी अपडेट के बारे में पूछा जाए तो आप उसे जरूरत अपडेट करें।