नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वहां के निवेशकों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया है, राष्ट्रपति कोविंद ने ऑस्ट्रेलियाई निवेशकों को समझाने के लिए क्रिकेट का सहारा लिया और कहा कि भारत में निवेश के लिए पिच तैयार है। राष्ट्रपति ने ऑस्ट्रेलिया के कारोबारियों से कहा कि अगर वे भारत में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो उन्हें क्रिकेटरों के तरीके को अपनाना चाहिए।
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि भारत में सबसे सफल ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज वे हैं जिनमें सहनशीलता है, जो वहां की कंडिशन्स को ध्यान से समझते हैं, लंबी पारी खेलने के लिए सेटल होते हैं, साझेदारियां करते हैं और स्पिन के जाल में नहीं फंसते। राष्ट्रपति ने ऑस्ट्रेलियाई निवेशकों से कहा कि भारत में निवेश के लिए भी पिच तैयार है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी ऑस्ट्रेलिया यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन से सिडनी में मुलाकात की। ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करने वाले वह पहले भारतीय राष्ट्रपति हैं। दोनों देशों ने बृहस्पतिवार को कृषि शोध, शिक्षा और अशक्तता जैसे क्षेत्रों में सहयोग और निवेश बढ़ाने के लिए पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।
कोविंद बुधवार को सिडनी पहुंचे। अपनी दो देशों की यात्रा के दौरान वह पहले वियतनाम गए और वहां से ऑस्ट्रेलिया पहुंचे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि कोविंद की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मराइज पेन और भारत के कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़े मौजूद रहे।
पहला समझौता अशक्तता क्षेत्र के लिए है। इसके तहत विशेष तौर पर सक्षम लोगों के लिए सेवाओं को बेहतर किया जाएगा। इसके अलावा दूसरा समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार में द्विपक्षीय निवेश बढ़ाने के लिए इंवेस्ट इंडिया और ऑस्ट्रेड के बीच किया गया है। तीसरा समझौता केंद्रीय खनन योजना एवं डिजाइन संस्थान, रांची और कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड रिचर्स ऑर्गेनाइजेशन, कैनबरा के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए किया गया है।
चौथा समझौता आचार्य एन. जी. रंगा कृषि विश्वविद्यालय गुंटूर और यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया, पर्थ के बीच कृषि शोध में सहयोग बढ़ाने के लिए हुआ है। जबकि अंतिम समझौता इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगकी संस्थान दिल्ली और क्वींसलैंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ब्रिसबेन के बीच संयुक्त पीएचडी के लिए हुआ है। राष्ट्रपति कोविंद और प्रधानमंत्री मॉरीसन की मुलाकात के बाद जारी विज्ञप्ति में भारत की आर्थिक रणनीति पर ऑस्ट्रेलिया की प्रतिक्रिया के बारे में बताया गया है।