
Union Minister Prakash Javadekar says Indian economy fundamentals are strong
नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था में मंदी के बारे में सभी संदेहों को दूर करते हुए केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को कहा कि यह एक चक्रीय प्रक्रिया है और अर्थव्यवस्था की नींव 'मजबूत' बनी हुई है। मंत्री ने इस बिंदु को साबित करते हुए कहा कि भारत ने 2018 में चीन से ज्यादा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) प्राप्त किया।
जावड़ेकर ने कहा, "मुझे यह स्पष्ट करने दीजिए कि कभी-कभी मंदी एक चक्रीय प्रक्रिया है। लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था का आधार बहुत मजबूत हैं। वास्तव में हमें चीन की तुलना में बीते साल रिकॉर्ड एफडीआई प्राप्त हुआ।" प्रकाश जावड़ेकर मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने पर प्रेस वार्ता के दौरान एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
यह पूछने पर कि आर्थिक विकास में मामूली वृद्धि के साथ सरकार 2024 में पांच खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था तक कैसे पहुंचेगी, इस पर मंत्री ने कहा, "हमारी घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है और बहुत से नए उद्योग, नए सुशासन मॉडल व नियमों की वजह से आए हैं।" मंत्री ने कहा कि सरकार ज्यादा से ज्यादा विदेशी निवेश व ज्यादा से ज्यादा घरेलू मांग की उम्मीद कर रही है।
वर्तमान आर्थिक हालात को 'पैच' करार देते हुए जावड़ेकर ने कहा कि मंदी से भारत की प्रगति दर को नुकसान नहीं होगा। मंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत की वृद्धि बीते पांच सालों में 7 फीसदी रही है और यह भविष्य में भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा, "घबराने की जरूरत नहीं है। हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत है।"
मोदी सरकार 2.0 के 100 दिन पर गिनाई उपलब्धियां
-मोटर व्हीकल संशोधन कानून, भारतीय मेडिकल कानून दो बड़े सुधार हुए हैं।
-हर साल डेढ़ लाख लोगों की जान जाती है। 4 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। 5 लाख लोग सालाना घायल होते हैं, यह लोगों के जीवन के लिए है। अनुशासन के तहत सड़क पर चलना ही होगा। पुराने जमाने बदल गए।
-एनआरसी के तहत अगर किसी को शिकायत है तो वह सुगम तरीके से ट्रिब्यूनल के पास कर सकते है, लेकिन कोई भी देश घुसपैठियों को स्थान नहीं देता।
-संसद में सभी विधयेक विपक्ष और सांसदों के साथ चर्चा के बाद ही पास हुए है। यह कहना गलत है कि अलोकतांत्रिक तरीके से बिल पास कराया गया।
-बैंकों का विलय सही दिशा में उचित कदम उठाया गया।
-18 साल से नीचे अगर कोई वाहन चलाता है तो उसे रोकने की जरूरत है।
-यूरोप और अमेरिका में लोग रात 3 बजे भी ट्रैफिक नियमों का पालन करते है। तकनीक का आधुनिकीकरण के कारण यह हो पाता है। धीरे-धीरे यह आदत बन जाता है।
-हम भी अभी शुरुआती चरण में है। धीरे-धीरे यहां भी सब ठीक हो जाएगा लोग अनुशासित होकर वाहन चलाएंगे।चालान नहीं कटेंगे जब लोग नियमो से चलाएंगे।