Monday, December 23, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. स्मार्ट सिटी, अमृत योजनाओं के लिए आवंटित धन कम इसलिए पीपीपी मॉडल की जरूरत: नायडू

स्मार्ट सिटी, अमृत योजनाओं के लिए आवंटित धन कम इसलिए पीपीपी मॉडल की जरूरत: नायडू

केंद्रीय मंत्री एम वैंकेया नायडू ने कहा कि सरकार ने स्मार्ट शहर और अमृत प्रोजेक्ट्स को शुरू करने के लिए पीपीपी मॉडल अपनाने का फैसला किया है।

Dharmender Chaudhary
Published : April 07, 2016 9:13 IST
स्मार्ट शहर, अमृत प्रोजेक्ट्स के लिए पैसों की कमी, सरकार पीपीपी मॉडल का लेगी सहारा
स्मार्ट शहर, अमृत प्रोजेक्ट्स के लिए पैसों की कमी, सरकार पीपीपी मॉडल का लेगी सहारा

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री एम वैंकेया नायडू ने कहा कि सरकार ने स्मार्ट शहर और अमृत प्रोजेक्ट्स को शुरू करने के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल अपनाने का फैसला किया है। नायडू ने कहा कि इन प्रोजेक्ट्स को आवंटित किए गए धन अपर्याप्त है। उन्होंने कहा, इस समय हम स्मार्ट शहर और कायाकल्प एवं शहरी रूपांतरण हेतु अटल मिशन (अमृत) प्रोजेक्ट्स के तहत जो धन उपलब्ध करा रहे हैं वह पर्याप्त नहीं है। मैं यह जानता हूं। यह (आवंटन) आंकड़ा बड़ा नहीं है लेकिन काम पूरा के लिहाज से वह पर्याप्त नहीं है।

सरकारी प्रोजेक्ट के लिए पीपीपी मॉडल अपनाएगी सरकार

शहरी विकास मंत्री नायडू ने ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ मेयर्स की एक बैठक में कहा, शहरी क्षेत्र मंत अगले 5-6 साल में 18 लाख करोड़ रुपए के निवेश की गुंजाइश है। इसमें एक लाख करोड़ रुपए अमृत के तहत, 2.50 लाख करोड़ रुपए स्मार्ट शहर मिशन और 66,000 करोड़ रुपए स्वच्छ भारत मिशन के शामिल हैं। उन्होंने कहा, यह आंकड़ा अच्छा दिखता है लेकिन पर्याप्त नहीं है। मैं जानता हूं। इसलिए हमने पीपीपी मॉडल अपनाने का फैसला किया है।

शहरी स्थानीय निकायों को 87,147 रुपए देगी सरकार

नायडू ने देश भर से आए मेयरों को बताया कि 2016-2020 के दौरान केंद्र शहरी स्थानीय निकायों को 87,147 करोड़ रुपए सीधे ही उपलब्ध कराएगा। इससे पहले बैठक की शुरुआत वंदे मातरम के गायन से हुई और भाजपा से जुड़े कुछ मेयरों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। बाद में नायडू ने संवाददाताओं से कहा कि भारत माता की जय का उद्घोष विवाद का विषय नहीं है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement