नई दिल्ली। देश की बिजली खपत फरवरी माह के दौरान 0.88 प्रतिशत बढ़कर 104.73 अरब यूनिट तक पहुंच गई। बिजली मंत्रालय के मुताबिक एक साल पहले इसी माह के दौरान कुल बिजली खपत 103.81 अरब यूनिट रही थी। इस दौरान फरवरी 2021 में दिन में सबसे ज्यादा बिजली की मांग 6.7 प्रतिशत बढ़कर 188.15 गीगावाट तक पहुंच गई। यह मांग एक साल पहले फरवरी में 176.38 गीगावाट रही। फरवरी के दौरान तापमान में बढ़त की वजह से पीक डिमांड में उछाल दर्ज हुआ है।
बिजली की खपत में छह माह के अंतराल के बाद सितंबर में 4.5 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई थी। इसके बाद अक्टूबर में इसमें 11.6 प्रतिशत वृद्धि हुई। वहीं नवंबर माह में इसमें 3.12 प्रतिशत की कमी आई। इसके बाद दिसंबर माह में इसमें 4.5 प्रतिशत और जनवरी 2021 में 4.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार गर्मियां जल्द आने के संकेत दिख रहे हैं। फरवरी में हल्की गर्मी का मौसम रहा यही वजह रही कि बिजली खपत में हल्की वृद्धि हुई है। उनका मानना है कि देश के सभी हिस्सों में लॉकडाउन पूरी तरह से उठ जाने और गर्मियों का मौसम शुरू होने पर बिजली की खपत नये रिकार्ड स्तर पर पहुंच सकती है।
इस साल फरवरी में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी देखने को मिली है। पूरे महीने 7 दिन तापमान 30 डिग्री से ऊपर रहा है। इसके साथ न्यूनतम तापमान ने भी रिकॉर्ड तोड़ा है। तापमान के ऊपर रहने के साथ ही घरों में पंखों आदि का चलना समय से पहले शुरू हो गया जिससे बिजली की खपत बढ़ गई।