नई दिल्ली। भारतीय डाक विभाग का पेमेंट बैंक मार्च 2017 से काम करना शुरू कर देगा। केंद्रीय दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि यह बैंक वित्तीय समावेश के कार्यक्रमों को लागू करने के एक व्यापाक मंच की भूमिका निभाएगा।
प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, हम डाक पेमेंट बैंक मार्च 2017 तक शुरू करने जा रहे हैं। जल्दी ही हम प्रस्ताव मंत्रिमंडल में ले जाएंगे तथा डाक पेमेंट बैंक मार्च 2017 से चालू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बैंक के लिए दूसरी कंपनियों के उत्पाद और सेवाएं बेचने के कारोबार की विशाल संभावनाएं होगी। उनके अनुसार इसमें म्यूचुअल फंड और बीमा योजनाओं जैसे उत्पाद भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक , अमेरिका का सिटी समूह और ब्रिटेन की बार्कलेज जैसी देश विदेशी की करीब 50 कंपनियां इस बैंक के साथ भागीदारी को उत्सुक हैं।
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प्रसाद ने कहा कि हम इसमें 800 करोड़ रपए का निवेश करने जा रहे हैं। 400 करोड़ डाक विभाग करेगा और बाकी शेयर पूंजी से जुटाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह बैंक वित्तीय समावेश के कार्यक्रमों के लिए एक विशाल मंच की भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि देश भर में करीब एक लाख 55 हजार डाकघर हैंं। इनमें से 25,560 विभागीय डाकघर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डाक विभाग को पुन: मजबूत कर इसे वृद्धि और वित्तीय समावेश के काम में जोड़ने का निर्ण किया गया है। रिजर्व बैंक ने डाक विभाग और 11 इकाइयों को भुगतान बैंक का काम करने की सैद्धांतिक मंजूरी पिछले साल अगस्त में दी थी।
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