नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि बैंकों से मुद्रा की उपलब्धता के मामले में स्थिति बड़े पैमाने पर सामान्य हो चुकी है। इसे देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने एक जनवरी से एटीएम से रकम निकासी की सीमा 2500 रुपए प्रतिदिन से बढ़ाकर 4500 रुपए करने की घोषणा की है।
वित्त मंत्री ने कहा कि,
रिजर्व बैंक के पास और मुद्रा डालने के लिए नोटों का पर्याप्त भंडार है और वह इसकी आपूर्ति जारी रखेगा। मैंने दिल्ली भर का दौरा किया है और पूरे देश से हमारे पास रिपोर्ट हैं कि बैंकों के बाहर लोगों की कतार में उल्लेखनीय कमी आई है।
- गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नंवबर की मध्यरात्रि से 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को बंद करने की अचानक घोषणा की थी।
- जिसके बाद से बैंकों के बाहर नोट बदलने और नकदी निकासी के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखी गईं थीं।
- जेटली ने कहा, रिजर्व बैंक बराबर मुद्रा जारी करता रहता है। नोटों की तीन श्रेणिया हैं, जिसमें पहली श्रेणी वैध मुद्रा की ,है जो विधि मान्य बनी रहेगी।
- दूसरी श्रेणी 500 और 2000 रुपए के नए नोटों की है, जिसे रिजर्व बैंक रोज जारी कर रहा है।
- तीसरी श्रेणी में वह पूरी मुद्राएं हैं, जो नई नहीं हैं। लेकिन कल से चलन में सभी मुद्राएं वैध एवं मान्य मुद्राएं होंगी।
- वित्त मंत्री ने कहा कि कल से बैंकों में केवल मान्य मुद्राएं ही होंगी।
- कर विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर अंजाम दिए गए छापों के सवाल पर उन्होंने कहा, यह दिखाता है कि बड़े स्तर पर लोग नोटों की तस्करी और अदला-बदली में शामिल हैं और यह प्रधानमंत्री के आठ नवंबर के फैसले को उचित ठहराता है।
- पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम के बयान पर टिप्पणी करते हुए जेटली ने कहा, मैं वह अर्थशास्त्र सीखना चाहूंगा जहां कम जीडीपी से उच्च कर राजस्व एकत्रण किया जाता है।