भुवनेश्वर। दक्षिण कोरिया की स्टील कंपनी POSCO इंडिया (पोस्को) ने ओडिशा सरकार से पारादीप के पास उसे आंवटित की गई 2,700 एकड़ भूमि वापस लेने का आग्रह किया है। उल्लेखनीय है कि कंपनी को यह जमीन 52,000 करोड़ रुपए की लागत से 1.20 करोड़ टन क्षमता का स्टील प्लांट लगाने के लिए दी गई थी।
राज्य के उद्योग मंत्री देवी प्रसाद मिश्रा ने कहा,
हमें इस संबंध में पोस्को इंडिया से एक पत्र प्राप्त हुआ है। कंपनी ने पारादीप के निकट की इस जमीन की वापसी की पेशकश की है।
- जब उनसे पूछा गया पोस्को इंडिया ने क्या स्वयं जमीन वापसी की पेशकश की तो मिश्रा ने कहा कि नहीं ऐसा नहीं है।
- राज्य सरकार ने कंपनी से 82 करोड़ रुपए का बकाया देने को कहा था।
- इसमें वन भूमि हस्तातंरण शुल्क, उपकर और अन्य शुल्क शामिल हैं।
- हमारे पत्र का जवाब देते हुए कंपनी ने कहा कि वह भूमि का कब्जा लेने और शेष राशि का भुगतान करने की इच्छुक नहीं है।
- मिश्रा ने कहा कि राज्य औद्योगिक विभाग ने पोस्को के लिए 2,700 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया था।
- इस भूमि में पोस्को की स्टील इकाई लगनी थी।
- इसमें से 1,700 एकड़ भूमि कंपनी के हवाले कर दी गई थी और शेष राज्य सरकार के कब्जे में है।
- 2005 में मंजूर किए गए इस प्रोजेक्ट को तब का सबसे बड़ा विदेशी निवेश माना जा रहा था।
- इस प्रोजेक्ट को लेकर स्थानीय संगठन और किसान काफी विरोध भी कर रहे हैं।
- 2015 में केंद्र सरकार ने नया खनन कानून लागू किया है, जिसके तहत कंपनी को स्वयं के उपयोग के लिए भी खनन लाइसेंस नीलामी के जरिये लेना होगा।
- हालांकि, ओडिशा सरकार ने कंपनी को आश्वासन दिया था कि वह फ्री में लाइसेंस लेने के लिए कंपनी की पूरी मदद करेगी।