नई दिल्ली। शिपिंग और रोड ट्रांसपोर्ट मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि पोर्ट और शिपिंग सेक्टर में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं और अगले पांच साल के दौरान इस सेक्टर में 40 लाख लोगों को डायरेक्ट और 60 लाख लोगों को इनडायरेक्ट जॉब मिल सकता है।
गडकरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने 1,20,000 करोड़ रुपए के निवेश वाले प्रोजेक्ट्स की पहचान की है, जिन्हें 14 से 16 अप्रैल को मुंबई में आयोजित होने वाले इंडिया मैरीटाइम समिट में निवेशकों के समक्ष रखा जाएगा। इनमें सागरमाला प्रोजेक्ट के तहत 27 पोर्ट आधारित इंडस्ट्रियल क्लस्टर्स, कोस्टल शिपिंग का प्रचार और इनलैंड वाटरवे का विकास शामिल है।
गडकरी ने कहा कि सभी विकसित देशों में जीवंत पोर्ट सेक्टर हैं, लेकिन दुर्भाग्य से भारत का मैरीटाइम सेक्टर सालों से अनदेखा रहा है, जबिक इसमें बहुत क्षमता है। उन्होंने कहा कि उत्पादों के साथ ही साथ एक्सपोर्ट को प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए लॉजिस्टिक कॉस्ट को कम करना आज सबसे महत्वपूर्ण है। वर्तमान में भारत में लॉजिस्टिक कॉस्ट तकरीबन 18 फीसदी है, जबकि यूरोप में यह 10-12 फीसदी है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य कॉस्टल शिपिंग और इनलैंड वाटरवे के विकास से लॉजिस्टिक कॉस्ट को 18 से घटाकर 12 फीसदी पर लाना है।