अबु धाबी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत अपनी 'राजनीतिक स्थिरता और भरोसेमंद नीतियों' के चलते आज दुनिया में निवेश का एक आकर्षक स्थल बन गया है। उन्होंने यूएई में रह रहे भारतीय समुदाय के उद्यमियों और करोबारियों से जम्मू-कश्मीर में निवेश की भी अपील की। उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबुधाबी में प्रवासी भारतीय (एनआरआई) कारोबारियों की एक सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही।
प्रधानमंत्री ने विदेशों में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस समुदाय ने देश की आर्थिक वृद्धि में महती योगदान किया है। उन्होंने भारत में आर्थिक अवसरों का उल्लेख करते हुए कहा, 'निवेशकों को प्रेरित करने में राजनीतिक स्थिरता और भरोसेमंद नीतियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इन कारकों के चलते भारत आज दुनिया का एक आकर्षक निवेश स्थल बना गया है।' उन्होंने कहा कि सरकार ने अपनी सभी नीतियां आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने, रोजगार सृजन के अवसर सृजित करने तथा मेक-इन-इंडिया को बल देने के लिये बनायी हैं। उन्होंने कहा कि हम इस बात पर भी ध्यान देते हैं कि निवेशकों को उनके निवेश पर अच्छी कमाई भी हो।
पीएम मोदी ने एनआरआई कारोबारियों से भारत में उपलब्ध निवेश अवसरों पर गौर करने की अपील करते हुए कहा कि देश में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां निवेश किया जा सकता है। उन्होंने विशेषकर जम्मू-कश्मीर में निवेश की अपील की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को दशकों से उपेक्षित रहा है। मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो ऐसे क्षेत्र हैं जहां विकास की अपार संभावनाएं हैं। लंबे समय से इन क्षेत्रों में कोई विकास-कार्य नहीं हुआ। अब इन दोनों क्षेत्रों में निवेश के अनुकूल माहौल है।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विकास की मुहिमों पर जोर देने से यह देश के विकास के इंजन को शक्ति देगा और इससे स्थानीय युवाओं के लिये रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। भारत ने जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा पांच अगस्त को समाप्त कर दिया। इसके बाद क्षेत्र को दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभक्त कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने राज्य के लिए विशेष दर्जा का प्रावधान समाप्त किए जाने के बाद राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था कि सरकारी और निजी कंपनियों को प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे क्षेत्र में स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करें। उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख में दुनिया के सबसे बड़े पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने की संभावनाएं हैं।