नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 7.12 प्रतिशत बढ़कर 246.51 करोड़ रुपए हो गया। इससे पिछले वित्त वर्ष इसी अवधि में बैंक को 230.11 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। शेयर बाजार को दी जानकारी में बैंक ने बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल आय 2.46 प्रतिशत घटकर 14,854.24 करोड़ रुपए रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 15,257.5 करोड़ रुपए रही थी।
उल्लेखनीय है कि पीएनबी 14,356 करोड़ रुपए के नीरव मोदी, मेहुल चोकसी धोखाधड़ी मामले का शिकार हुआ है। बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील मेहता ने कहा कि कंपनी के वित्तीय आंकड़े फिर से सकारात्मक दिशा में दिखने लगे हैं।
मेहता ने कहा कि हमने अपनी सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा किया है। आज की तारीख में हमारे बैंक ने उस घटना (नीरव मोदी धोखाधड़ी) के लिए पूरा प्रावधान कर दिया है और अब बैंक उस घटना से उबर चुका है।
बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां उसके सकल ऋण का 16.33 प्रतिशत पर पहुंच गईं, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 12.11 प्रतिशत पर थी। बैंक का शुद्ध एनपीए उसके शुद्ध ऋण का 8.22 प्रतिशत रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 8.90 प्रतिशत था। समीक्षाधीन अवधि में बैंक ने फंसे कर्ज के लिए 2,565.77 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।
भेल का शुद्ध लाभ 25 प्रतिशत बढ़ा
सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियरिंग कंपनी भेल का शुद्ध लाभ 31 दिसंबर 2018 को समाप्त तीसरी तिमाही में इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 25.30 प्रतिशत उछलकर 191.95 करोड़ रुपए हो गया। भेल ने एक बयान में कहा कि कंपनी का शुद्ध लाभ इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 153.19 करोड़ रुपए था।
कंपनी निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए चुकता शेयर पूंजी पर 40 प्रतिशत (80 पैसा प्रति शेयर) के अंतरिम लाभांश के भुगतान को मंजूरी दी है। भेल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अतुल सोबती ने कहा कि कंपनी के कारोबार के विविधीकरण, परियोजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन, लागत नियंत्रण तथा संसाधनों के अनुकूलतम उपयोग जैसे रणनीतिक कदम से हमारा प्रदर्शन बेहतर रहा है तथा लाभ एवं उत्पादकता बढ़ी है।