नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) का घाटा कम होकर 4,750 करोड़ रुपए पर आ गया है। हजारों करोड़ रुपए के घोटाले की वजह से पीएनबी को इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 13,417 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
बैंक ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तिमाही के दौरान उसकी सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर 15.50 प्रतिशत पर आ गईं, जो मार्च, 2018 में 18.38 प्रतिशत थीं। इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए 11.24 प्रतिशत से घटकर 6.56 प्रतिशत रह गया।
ओमैक्स का मुनाफा 10 प्रतिशत घटा
रीयल्टी कंपनी ओमैक्स का बीते वित्त वर्ष जनवरी-मार्च की चौथी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 10 प्रतिशत घटकर 20.27 करोड़ रुपए रह गया। कंपनी ने डिबेंचरों के निजी नियोजन या अन्य ऋण मार्गों से 500 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 22.54 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय घटकर 307.59 करोड़ रुपए रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 520.06 करोड़ रुपए रही थी। बीते वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी का शुद्ध लाभ 42 प्रतिशत घटकर 49.01 करोड़ रुपए रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 84 करोड़ रुपए था। बीते वित्त वर्ष में कंपनी की आय घटकर 1,200.24 करोड़ रुपए रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 1,397.80 करोड़ रुपए थी।
कंपनी के निदेशक मंडल ने 10 रुपए के इक्विटी शेयरों पर सिर्फ सार्वजनिक शेयरधारकों को 70 पैसे या सात प्रतिशत प्रति शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है। इसके अलावा बोर्ड ने गैर परिवर्तनीय डिबेंचरों या किसी अन्य ऋण मार्ग से 500 करोड़ रुपए जुटाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है।