लंदन। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की यूके स्थित शाखा ने पांच भारतीयों, एक अमेरिकी और तीन कंपनियों पर मुकदमा दायर किया है। बैंक का आरोप है कि इन लोगों ने बैंक को गुमराह करते हुए करोड़ों रुपए का लोन लिया। इन लोगों पर कुल देनदारी करीब 3.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर यानी 271 करोड़ रुपए है।
हाईकोर्ट में दायर किए गए मामले में बैंक ने कहा है कि पीएनबी (इंटरनेशनल) लिमिटेड, जिसकी यूके में कुल सात शाखाएं हैं, इनकी मुख्य कंपनी पीएनबी है, निजी व्यक्तियों और कंपनियों पर केस दायर कर रही है, क्योंकि इन्होंने ऋण लेने के लिए झूठे और गलत दस्तावेज पेश किए हैं। बैंक के दावे के अनुसार ये ऋण साउथ कैरोलिना में तेल रिफाइनिंग यूनिट लगाने और पवन ऊर्जा परियोजना विकसित करने और उसे बेचने के लिए दिया गया।
बैंक ने दावा किया कि लोन लेने के लिए गलत और बढ़ा-चढ़ाकर बैलेंस शीट पेश की गई। इसके अलावा परियोजना की स्थिति के बारे में भी गलत आंकड़े पेश किए गए। बैंक ने अपने दावे में कहा कि निदेशकों और गारंटीदाताओं द्वारा दावेदारों के पैसे का गबन किया गया। यह लोन उन योजनाओं के लिए लिया गया जिसमें शुरू से ही धोखाधड़ी की गई। पीएनबी ने कहा कि उसने 2011 और 2014 के बीच इस रकम का भुगतान डॉलर में अमेरिका में पंजीकृत चार कंपनियों को किया। ये चारों कंपनियां अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में काम करती हैं। इनके नाम साउथ ईस्टर्न पेट्रोलियम एलएलसी (एसईपीएल), पेप्सो बीम यूएसए, त्रिशे विंड और त्रिशे रिसोर्स हैं।
एसईपीएल, अमेरिका में रिसाइक्लिंग प्लांट के क्षेत्र में काम करती है। इसने बैंक के साथ करीब 1.7 करोड़ डॉलर का डिफॉल्ट किया है। इसमें से 1 करोड़ डॉलर पीएनबी और 70 लाख डॉलर बैंक ऑफ बड़ौदा की रकम है। बैंक का कहना है कि एसईपीएल के पास अभी धन की कमी हो सकती है चूंकि वह अपना व्यापार समेटने में लगी है।
पेप्सो बीम इनवायरमेंटल सॉल्यूशन की चेन्नई और अमेरिका के वर्जीनिया में फैक्टरी हैं। पेप्सो यूएसए ने 1.3 करोड़ डॉलर (लगभग 94 करोड़ 22 लाख रुपए) का डिफॉल्ट किया है। पीएनबी ने अपने दावे में कहा है कि वह पेप्सो बीम यूएसए और पेप्सो बीम इंडिया दोनों पर मामला दर्ज कर रही है। बैंक की ओर से चेन्नई में रहने वाले पेप्सो बीम के निदेशक ए. सुब्रह्मण्यम और उनके भाई व कार्यकारी निदेशक अनंतराम शंकर के अलावा यूएस सब्सिडरी के सीईओ ल्यूक स्टेनगल पर भी मुकदमा किया गया है।