नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) बैंक के साथ हुए दो अरब डॉलर के धोखाधड़ी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज नीरव मोदी और उसके सहयोगियों के खिलाफ पहला आरोपपत्र दाखिल किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत करीब 12,000 पृष्ठ का आरोपपत्र (अभियोजन शिकायत) विशेष अदालत के समक्ष दायर किया गया। आपराधिक शिकायत केवल नीरव मोदी, उसके सहयोगियों तथा कंपनियों के खिलाफ दायर की गई है। ऐसी संभावना है कि निदेशालय नीरव मोदी के मामा और जौहरी मेहुल चोकसी तथा उसकी कंपनियों के खिलाफ दूसरा आरोपपत्र दाखिल करेगा।
आरोपपत्र में जांच एजेंसी द्वारा 14 फरवरी को दर्ज प्राथमिकी के बाद नीरव मोदी तथा उसके सहयोगियों के खिलाफ पिछले कुछ महीनों में की गई कुर्की का ब्योरा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने इस महीने की शुरुआत में दो आरोपपत्र दाखिल किए थे।
नीरव मोदी अभी फरार है और मामले में अबतक ईडी की जांच में शामिल नहीं हुआ है। उसके तथा अन्य के खिलाफ विभिन्न आपराधिक कानूनों के तहत जांच चल रही है। इन सभी पर पीएनबी के कुछ अधिकारियों के साथ साठगांठ कर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के साथ 13,000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है। ईडी का आरोपपत्र मनी लॉन्ड्रिंग तथा धोखाधाड़ी में नीरव मोदी एवं अन्य की भूमिका पर केंद्रित है। नीरव मोदी और चोकसी के खिलाफ मामला दर्ज होने से पहले दोनों देश छोड़कर भाग गए थे।