नयी दिल्ली: देश के दूसरे सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक पंजाब एंड नेशनल बैंक ने शनिवार को कहा कि उसे वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान तीन गुना अधिक यानी छह हजार करोड़ रुपये के लाभ की उम्मीद है। बैंक ने कहा कि कोविड-19 के प्रभाव के बावजूद मार्च 31 2021 को समाप्त वित्त वर्ष में उसका लाभ पांच गुना बढ़कर 2,022 करोड़ रुपये रहा। जो वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 363.34 करोड़ रुपये था।
पीएंडबी के प्रबंध निदेशक एसएस मालिकाअर्जुन राव ने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2022 के लिए मोटे तौर पर हमारा अनुमान है कि लाभ छह हजार करोड़ रुपये से कम नहीं होगा। यह ऋण वृद्धि और अर्थवव्यस्था में मांग पर निर्भर करता है। हालाँकि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही की समाप्ति के बाद ही कोई सही अनुमान लगाया जा सकता है।’’
उन्होंने ऋण वृद्धि को लेकर कहा कि आर्थिक वृद्धि दर के 9.5 प्रतिशत रहने के अनुमान के साथ बैंकिंग उद्योग के लिए ऋण वृद्धि भी आठ से दस प्रतिशत के बीच रह सकती है। राव ने कहा, ‘अगर आर्थिक वृद्धि दर अगर 9.5 प्रतिशत रहती है और जून के अंत तक कोविड का प्रभाव कम होता जा है तो हमें ऋण वृद्धि के प्रतिशत तक रहने की उम्मीद है।’
उन्होंने केनरा एचएसबीसी ओबीसी जीवन बीमा कंपनी में बैंक की हिस्सेदारी बेचने को लेकर कहा कि यह प्रक्रिया अगले 12 से 18 महीने के दौरान पूरी हो जायेगी। पीएनबी एक अन्य बीमाकर्ता पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस का भी प्रवर्तक है, जिसके पास 30 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। कंपनी 2001 में स्थापित की गई थी, जिसमें अन्य शेयरधारकों में 26 प्रतिशत के साथ यूएस-आधारित मेटलाइफ़, एल्प्रो (21 प्रतिशत) और एम पल्लोनजी एंड कंपनी (18 प्रतिशत) शामिल हैं।