नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय को पीएमसी बैंक घोटाले को लेकर बड़ी कामयाबी मिली है और बैंक में किस तरह से फर्जीवाड़ा हुआ है उसको लेकर नए-नए तथ्य सामने आ रहे हैं। सतर्कता निदेशालय ने शनिवार को दावा किया कि उसने हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्च र लिमिटेड (एचडीआईएल) के चेयरमैन राकेश बधावन और उनके बेटे सारंग बधावन के प्राइवेट जेट तथा 60 करोड़ रुपए मूल्य के जेवर जब्त किए हैं। एजेंसी ने यह भी दावा किया कि नौकायन के कारोबार में इस्तेमाल हो रही बधावन की नौका का जब्त करने के लिए वह मालदीव के अधिकारियों के संपर्क में है।
पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह के बैंक खाते किए फ्रीज
ईडी ने पंजाब एवं महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह के बैंक खाते भी फ्रीज कर दिए हैं, साथ ही लगभग 10 करोड़ रुपए के जमा/सावधि जमा राशि भी जब्त कर ली गई है। एजेंसी ने एचडीआईएल प्रोमोटर के खिलाफ पीएमसी बैंक के 4,355 करोड़ रुपए की हेराफेरी करने का मामला भी दर्ज करवाया है। वित्तीय जांच एजेंसी एचडीआईएल से जुड़ीं 18 अन्य कंपनियों के विवरणों को भी खंगाल रही है।
एचडीआईएल के सात निदेशकों पर ईडी की पैनी नजर
ईडी ने एचडीआईएल के बांद्रा (पूर्व) स्थित मुख्य कार्यालय और बांद्रा (पश्चिम) स्थित राकेश वधावन के आवास सहित मुंबई में छह जगहों पर छापेमारी की। एजेंसी ने वरयाम सिंह और पीएमसी बैंक के प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस के बंगलों पर भी छापा मारा। ईडी ने कहा कि राकेश वधावन और उनके बेटे सारंग वधावन सहित एचडीआईएल के सात निदेशकों पर भी उसकी पैनी नजर है। दोनों को मुंबई पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया था। पीएमसी बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक (एमडी) जॉय थॉमस को मुंबई की अदालत ने शनिवार को 17 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में रखे जाने की अनुमति दी। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने थॉमस को हिरासत की अर्जी के साथ अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट एसजी शेख के समक्ष पेश किया था।
जानिए कैसे सामने आया पीएमसी बैंक घोटाला
पीएमसी बैंक घोटाले की जानकारी रिजर्व बैंक को एक व्हिसलब्लोअर के माध्यम से मिली, जिसके बाद 24 सितंबर को उसने बैंक को अपने नियंत्रण में ले लिया और नगद निकासी की सीमा तय कर दी। घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद पता चला कि बैंक ने अपने कुल 8800 करोड़ के कर्ज में से 73 फीसदी यानी 6500 करोड़ का लोन तो सिर्फ एक ही कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) को ही दिया हुआ था। इस घोटाले में अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें एचडीआईएल के निदेशक राकेश वधावन व पुत्र सारंग वधावन, बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयाल सिंह और पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर जॉय थॉमस शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पिछले सोमवार को पीएमसी बैंक और एचडीआईएल के खिलाफ कथित तौर पर 4,335 करोड़ रुपए का बैंक को नुकसान पहुंचाने के लिए एक मामला दर्ज किया था। ईडी ने मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की प्राथमिकी का संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है। ईडी सूत्रों ने कहा कि पीएमसी बैंक के प्रबंधक (रिकवरी डिपार्टमेंट) की शिकायत के बाद एक मामला दर्ज किया गया। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि एडीआईएल के संकटग्रस्त ऋण खातों को दबाने के लिए 21,000 से अधिक फर्जी खाते बनाए गए।
खाताधारकों का पैसा डूबेगा तो नहीं, बैंक का क्या होगा?
फिलहाल तो बैंक छह महीने के लिए आरबीआई के पूर्ण नियंत्रण में रहेगा। खाताधारकों के लिए राहत की बात है। आरबीआई ने हाल ही में बैंक से पैसा निकासी की लिमिट 25 हजार रुपए प्रति खाते तक कर दी है। आरबीआई का कहना है कि बैंक के कुल ग्राहकों में 90 फीसदी ऐसे हैं, जिनकी जमा राशि ढाई लाख रुपए से कम है। आरबीआई के अनुसार पैसा निकालने की लिमिट बढ़ने से करीब 70 फीसदी खाताधारक अपना पूरा पैसा बैंक से निकाल पाएंगे।