नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (GST) आर्थिक वृद्धि के प्रयासों को मजबूती देगा तथा अर्थव्यवस्था में भरोसा बढ़ाएगा। जीएसटी केंद्र और राज्यों द्वारा लगाए जाने वाले विभिन्न अप्रत्यक्ष करों का स्थान लेगा। मोदी ने देश को दुनिया का सबसे बड़ा एकल बाजार बनाने के लिए एकल एकीकृत मूल्य वद्रिधत कर व्यवस्था लाने को लेकर हाल में संपन्न संसद के मानसून सत्र में जीएसटी संविधान संशोधन विधेयक पारित होने का श्रेय सभी राजनीतिक दलों को दिया।
70वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में उन्होंने कहा, हम वृद्धि को तेज करने का प्रयास कर रहे हैं और हाल ही में पारित जीएसटी (विधेयक) इन प्रयासों को और मजबूती प्रदान करेगा और अर्थव्यवस्था की विश्वसनीयता बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी राजनीतिक दलों को धन्यवाद दिया जाना चाहिए। मोदी ने कहा कि जीएसटी एक ऐसा कर है जो समान व्यवस्था लाएगा और पूरे देश को एक बाजार में तब्दील करेगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने नियमन एवं कानून में सुधार के लिए जो कदम उठाए हैं और कारोबार करने के संदर्भ में रूख में जो बदलाव किए हैं, उन क्षेत्रों में भारत की वृद्धि की विश्वबैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष, विश्व आर्थिक मंच और क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों ने सराहना की है।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत की कारोबार सुगमता पायदान के मामले में तेजी से सुधार हुआ है। भारत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभरा है। लाजिस्टिक और बुनियादी ढांचा सूचकांक की डब्ल्यूईएफ रैंकिंग में भारत 19 पायदान ऊपर चढ़ा है।