नई दिल्ली। देश में ई-पेमेंट को और आसान बनाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को आधार लिंक्ड मोबाइल पेमेंट एप्लीकेशन भीम (भारत इंटरफेस फॉर मनी) को लॉन्च किया। यह यूपीआई (यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस) और यूएसएसडी (अनस्ट्रक्चर्ड सप्लीमेंट्री सर्विस डाटा) का रिब्रांडेड वर्जन है। नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित डिजि धन मेला कार्यक्रम में यह नया एप लॉन्च किया गया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने लकी ग्राहक योजना के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए। पीएम मोदी ने भीम मोबाइल एप के जरिये यहां खादी खरीदने में भुगतान भी किया।
इस नई एप को एंड्रॉयड एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि इस नए एप की मदद से प्लास्टिक कार्ड और प्वाइंट ऑफ सेल मशीन की भूमिका को कम कर देगा, जिन्हें कैशलेस समाज के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
- मास्टरकार्ड या वीजा जैसी कार्ड कंपनियों द्वारा सर्विस उपलब्ध कराने के लिए जो शुल्क लिया जाता है, इस एप की मदद से उससे छुटकारा मिलेगा।
- इस एप का इस्तेमाल स्मार्टफोन के साथ ही साथ फीचर फोन पर भी किया जा सकता है।
- इसके लिए इंटरनेट की अनिवार्यता आवश्यक नहीं है।
तस्वीरों से समझिए कैसे भीम अकाउंट के सेटअप का स्टेप बाइ स्टेप तरीका
Bhip App
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
सिर्फ अंगूठा लगाकर हो जाएगा पेमेंट
- दुकानदार या व्यापारी को अपने स्मार्टफोन पर आधार कैशलेस मर्चेंट एप डाउनलोड करना होगा और अपने फोन को बायोमेट्रिक रीडर के साथ कनेक्ट करना होगा। यह रीडर बाजार में 2,000 रुपए में उपलब्ध है।
- ग्राहक को अपना आधार नंबर इस एप में फीड करना होगा और उस बैंक का चयन करना होगा जिससे ट्रांजैक्शन पूरा करना है।
- इसके बाद बायोमेट्रिक स्कैन ट्रांजैक्शन को प्रमाणित करने के लिए एक पासवर्ड की तरह काम करेगा। इसमें उपभोक्ता को अंगूठा लगाना होगा।
- इस एप का इस्तेमाल एक व्यक्ति द्वारा बिना फोन के भुगतान करने में किया जा सकता है।
- तकरीबन 40 करोड़ आधार नंबर पहले ही बैंक एकाउंट से लिंक किए जा चुके हैं।
- यह भारत में कुल व्यस्कों की आधी संख्या के बराबर है।
- सरकार का लक्ष्य है कि मार्च 2017 तक सभी आधार नंबर को बैंक एकाउंट के साथ लिंक कर दिया जाए।