ओसाका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ बैठक की। इस दौरान दोनों नेताओं ने प्रौद्योगिकी की ताकत के इस्तेमाल, रक्षा और सुरक्षा संबंधों को बेहतर बनाने के साथ-साथ व्यापार, ईरान और 5जी से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
जी-20 सम्मेलन के लिए जापान आए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प को एक पत्र के जरिये भारत के प्रति अपना प्यार जताने के लिए धन्यवाद दिया। यह पत्र अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस सप्ताह अमेरिका के विदेशी मंत्री माइक पोम्पिओ के जरिये भारत भेजा था।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत, अमेरिका के साथ आर्थिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है। दोनों नेताओं ने जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर ईरान, 5जी, द्विपक्षीय रिश्तों और रक्षा संबंधों पर चर्चा की।
मोदी ने ट्वीट किया कि राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ व्यापक मुद्दों पर चर्चा हुई। हमने प्रौद्योगिकी की शक्ति के इस्तेमाल के उपायों, रक्षा और सुरक्षा संबंधों को बेहतर बनाने के साथ-साथ व्यापार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने लिखा कि भारत, अमेरिका के साथ आर्थिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है।
ट्रम्प ने चुनाव में जीत को लेकर मोदी को बधाई दी और कहा कि दोनों देश सैन्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में साथ काम करेंगे। ट्रम्प ने कहा कि वह शानदार जीत थी, आप इसके हकदार थे, आपने शानदार काम किया है। हमें बहुत अहम चीजों की घोषणा करनी है। व्यापार के संदर्भ में, विनिर्माण के संदर्भ में, हम 5जी पर चर्चा करेंगे। मैं आपको बधाई देता हूं और बातचीत को लेकर सकारात्मक हूं।
उन्होंने कहा कि हम बहुत अच्छे दोस्त बन गए हैं और हमारे देश कभी इतने करीब नहीं रहे हैं। मैं इसे आश्वस्त होकर कहता हूं। हम सैन्य सहित अन्य क्षेत्रों में मिलकर काम करेंगे। हम आज व्यापार पर चर्चा करेंगे।
ईरान को लेकर ट्रम्प ने कहा कि हमारे पास बहुत समय है। कोई जल्दबाजी नहीं है, वे समय ले सकते हैं। समय को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर चर्चा की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। जापान-अमेरिका-भारत (जय) के बीच त्रिपक्षीय वार्ता के समाप्त होने के तुरंत बाद मोदी और ट्रम्प ने द्विपक्षीय बैठक की।
मोदी-ट्रम्प की बैठक इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिकी उत्पादों पर अत्यधिक उच्च शुल्क लगाने के भारत के निर्णय की अमेरिकी राष्ट्रपति खुलकर आलोचना करते रहे हैं। ट्रम्प ने इससे पहले गुरुवार को जापान पहुंचने पर ट्वीट किया था कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस संबंध में बात करना चाहता हूं कि भारत ने वर्षों से अमेरिका के खिलाफ ज्यादा शुल्क लगा रखा है और हाल के दिनों में उसे और बढ़ा दिया गया है। यह अस्वीकार्य है और शुल्क को निश्चित रूप से वापस लिया जाना चाहिए।