अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गांधीनगर में 10 जनवरी को वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। दो वर्ष पर होने वाले इस सम्मेलन का मकसद राज्य में निवेशकों को आकर्षित करना है। इस चार दिवसीय सम्मेलन में विभिन्न देशों के नेता और उद्योगपति भाग लेंगे। इसके अलावा अरूणाचल प्रदेश और सिक्किम समेत अन्य राज्य भी इसमें शामिल होंगे।
- इस बार का विषय भारत को विश्व से जोड़ना है। इस साल अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, कनाडा, जापान और फ्रांस समेत 12 सहयोगी देश हैं।
- शिखर सम्मेलन के दौरान कई सेमिनार होंगे। इसमें एक सेमिनार जीएसटी पर होगा जिसकी अध्यक्षता वित्त मंत्री अरूण जेटली करेंगे।
- सम्मेलन में वैश्विक सीईओ गोलमेज बैठक में दुनिया की प्रमुख कंपनियों के करीब 50 मुख्य कार्यपालक अधिकारी भाग लेंगे।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (उद्योग एवं खान) पी के तनेजा ने यहां संवाददाताओं से कहा, इस बार हम ज्ञान साझा, बिजनेस टू बिजनेस (बी टू बी) और बी-टू-जी (बिजनेट टू गवर्नमेंट) बैठकें ज्यादा देखने की कोशिश करेंगे।
प्रतिबंधित नोटों को बदलने की समयसीमा बढ़ाने की मांग
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रह रहे भारतीय समुदाय के करीब 26 लाख लोगौं ने प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) के लिए 500 और 1,000 रुपए के प्रतिबंधित नोट जमा करने की अवधि बढ़ाए जाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि वह इस अल्प अवधि में नोट बदलने के लिए भारत जाने में सक्षम नहीं हैं। इन नोटों को बदलने या जमा करने की अंतिम तारीख 30 दिसंबर करीब आने के बीच उन्होंने यह मांग की।