नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एसोचैम स्थापना सप्ताह (Assocham Foundation Week) पर आयोजित कार्यक्रम में 19 दिसंबर को उद्योगपतियों को संबोधित करेंगे। उद्योग मंडल ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी। एक सप्ताह चलने वाला कार्यक्रम मंगलवार को शुरू हो रहा है। इसमें भारतीय कृषि में बदलाव और खाद्य मूल्य श्रृंखला विषय पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिहं तोमर अपने विचार रखेंगे। इसके अलावा भारत के वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने की ओर अग्रसर विषय पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल उद्योगपतियों को संबोधित करेंगे।
एसोचैम के इस कार्यक्रम को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी संबोधित करेंगे। एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा कि भारत ने कोविड-19 महामारी से बखूबी मुकाबला किया है। वैश्विक स्वास्थ्य संकट से दुनिया के सभी देशों को प्रभावित किया है लेकिन प्रधानमंत्री के मजबूत नेतृत्व में भारत का 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य यथावत बना हुआ है।
उद्योग मंडल के कार्यक्रम को संचार एवं सूचना प्रौद्योगिक मंत्री रवि शंकर प्रसाद, कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, श्रम मंत्री संतोष गंगवार, रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा समेत अन्य मंत्री भी संबोधित करेंगे। इसके अलावा गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी उद्योगपतियों को संबोधित करेंगे।
उद्योग जगत ने आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए दिए सुझाव
भारतीय उद्योग जगत ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आर्थिक वृद्धि की रफ्तार बढ़ाने के लिए अगले बजट में नए राजकोषीय प्रोत्साहन समेत और अनुकूल कदम उठाने का आग्रह किया है। कोरोना वायरस महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रतिकूल प्रभाव के बीच यह मांग की गई है। वित्त मंत्री के साथ डिजिटल तरीके से आयोजित बजट-पूर्व बैठक में उद्योग जगत ने व्यक्तिगत प्रत्यक्ष कर की दरों में कमी लाने, आवास क्षेत्र के लिए और प्रोत्साहन तथा जीएसटी को और युक्तिसंगत बनाने का भी सुझाव दिया। उद्योग मंडलों ने ढांचागत क्षेत्र में निवेश बढ़ाने, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के निजीकरण और अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों के लिए अधिक कर प्रोत्साहन देने की भी वकालत की।
उद्योग मंडल फिक्की ने बजट को लेकर अपनी सिफारिशों में कहा कि अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर आ रही है और इस गति को बनाए रखने की जरूरत है। सीआईआई के अध्यक्ष उदय कोटक ने कहा कि सरकार का व्यय तीन क्षेत्रों बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य और सतत विकास में प्राथमिकता के आधार पर होना चाहिए। उद्योग मंडल एसोचैम ने कर की दरों में कमी लाने का सुझाव दिया। उसने कंपनी कर में कटौती और व्यक्तिगत करदाताओं पर अधिभार में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए व्यक्तिगत आयकर में कटौती का सुझाव दिया।