नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि उनकी सरकार द्वारा पिछले चार साल के दौरान किये गये सुधार कार्यों से भारतीय अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव आया है। एक समय भारत की गिनती दुनिया की पांच कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में होती थी वहीं आज यह सोया हुआ हाथी दौड़ने लगा है। आज भारत अरबों डालर के निवेश के लिये आकर्षक गंतव्य बन गया है।
कालेधन पर नहीं बरती जाएगी नरमी
अगले साल होने वाले आम चुनावों से पहले लाल किले की प्राचीर से अपने आखिरी संबोधन में मोदी ने कहा कि उनकी सरकार में कड़े निर्णय लेने की क्षमता है। उनकी सरकार भ्रष्ट और कालधन रखने वालों के साथ कोई नरमी नहीं बरतेगी। डेढ़ घंटे से कम के अपने भाषण में सिर पर केसरिया रंग का साफा पहने प्रधानमंत्री ने अर्थव्यवस्था में हुई प्रगति, अपनी सरकार की उपलब्धियों को देशवासियों के समक्ष रखा। उन्होंने खासकर गरीबों को आवास, स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, गांवों में विद्युतीकरण, राजमार्ग के निर्माण, एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने की योजना को विशेष रूप से रेखांकित किया। साथ ही बैंक क्षेत्र में फंसे कर्ज (एनपीए) की समस्या के समाधान का संकल्प जताया।
भारत बना आकर्षक निवेश गंतव्य
मोदी ने कहा कि पिछले चार साल में उनकी सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने का काम किया है। सरकार ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि कृषि क्षेत्र में भी अर्थव्यवस्था के दूसरे क्षेत्रों के बराबर वृद्धि हो। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले भारत को नीतिगत शिथिलता और निर्णय में लेटलतीफी वाला देश माना जाता था। भारत की गिनती दुनिया की पांच कमजोर उभरती अर्थव्यवस्थाओं में होती थी लेकिन आज यह अरबों डालर के आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में अपनी जगह बना चुका है। स्थिति पूरी तरह बदल गयी है।
भारत बना दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को जोखिम वाली अर्थव्यवस्था के बजाय आज ‘‘सुधार, प्रदर्शन और रूपांतरण’’ वाली धरती के रूप में देखा जाता है।’’ हम रिकार्ड आर्थिक वृद्धि हासिल करने की दिशा में अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया में छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उद्यमी जहां पहले यहां लाल फीताशाही और नीतिगत अपंगता की बात करते थे वहीं अब वे लाल कालीन और कारोबार सुगमता रैंकिंग में सुधार की बात करते हैं।
भारत दुनिया की वृद्धि का इंजन होगा
मोदी ने कहा कि 2014 से पहले अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के बारे में अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और विशेषज्ञों के बीच चर्चा का विषय यहां आने वाली बाधाएं होती थी लेकिन ‘‘आज वे कह रहे हैं कि सोया हुआ हाथी जग गया है और दौड़ने लगा है।’’ प्रधानमंत्री ने यह बात स्पष्ट तौर पर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के बयान के संदर्भ में कही है। पिछले सप्ताह आईएमएफ ने कहा था कि भारत दुनिया में तीव्र आर्थिक वृद्धि वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है क्योंकि जो सुधार किये गये, उसका असर दिखने लगा है। उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया में छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। ‘‘अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं अब कह रही हैं कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था को अगले तीन दशक तक गति देगा। भारत दुनिया की वृद्धि का इंजन होगा।’’