प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर भारत की पहचान बताया। लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में कहा कि भारत के उद्योग विदेशों में भारत के ब्रांड एंबेस्डर हैं। विदेशों में ये सिर्फ एक प्रोडक्ट ही नहीं हैं बल्कि ये भारत की पहचान हैं। ऐसे में उद्योगों को ऐसे क्वालिटी प्रोडक्ट पेश करने की जरूरत है जिन्हें उपयोग कर दुनिया का हर शख्स तारीफ करे।
देश के सभी मैन्यूफैक्चर्स को भी ये समझना होगा- आप जो प्रॉडक्ट बाहर भेजते हैं वो आपकी कंपनी में बनाया हुआ सिर्फ एक प्रॉडक्ट नहीं होता। उसके साथ भारत की पहचान जुड़ी होती है, प्रतिष्ठा जुड़ी होती है, भारत के कोटि-कोटि लोगों का विश्वास जुड़ा होता है। मैं इसलिए मनुफक्चरर्स को कहता हूं कि आपका हर एक प्रॉडक्ट भारत का ब्रैंड एंबेसेडर है। जब तक वो प्रॉडक्ट इस्तेमाल में लाया जाता रहेगा, उसे खरीदने वाला कहेगा - हां ये मेड इन इंडिया है।
अगले 25 साल भारत के सृजन का अमृतकाल- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
स्टार्टअप बने यूनिकॉर्न
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर देश की स्टार्टअप शक्ति का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा कि देश के ये युवा स्टार्टअप आज देश की बड़ी ताकत बन रहे हैं। हमने देखा है, कोरोना काल में ही हजारों नए स्टार्ट-अप्स बने हैं, सफलता से काम कर रहे हैं। कल के स्टार्ट-अप्स, आज के यूनिकॉर्न बन रहे हैं। इनकी मार्केट वैल्यू हजारों करोड़ रुपए तक पहुंच रही है।
देशभर में चलेंगी 75 वंदेभारत, पीएम नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर दिया 'गिफ्ट'
100 करोड़ के पीएम गति शक्ति प्लान की घोषणा
प्रधानमंत्री ने लाल किले के पीएम गति शक्ति प्लान की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि जल्द ही सरकार 100 करोड़ रुपये का नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर मास्टर प्लान शुरू करेगी। 100 लाख करोड़ से भी अधिक की योजना लाखों के नौजवानों के लिए रोजगार के लिए नया अवसर लेकर आएगी। यह ऐसा मास्टर प्लान होगा, जो होलिस्टिक इंफ्रास्ट्र्कर की नींव रखेगा। अभी ट्रांसपोर्ट के साधनों में कोई तालमेल नहीं है। यह इस गतिरोध को तोड़ेगी।
2047 तक एनर्जी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होगा भारत
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश जब अपनी आजादी की 100 वीं सालगिरह मना रहा होगा तब देश एनर्जी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होगा। भारत ने एथेनॉल मिश्रण के अपने मिशन को बेहद सफलता के साथ आगे बढ़ाया है। रिफॉर्म्स को लागू करने के लिए गुड और स्मार्ट गवर्नेंस चाहिए। आज दुनिया इस बात की भी साक्षी है कि कैसे भारत अपने यहां गवर्नेंस का नया अध्याय लिख रहा है।